

सावन मास में तीज का खास महत्व है। सुहागन स्त्रियों के लिये इस दिन काफी महत्वपूर्ण है। इसी दिन भगवान शिव ने पार्वती की तपस्या से खुश होकर उनको शादी का वरदान दिया था। जाने हरियाली तीज के महत्व को..
नई दिल्ली: सावन मास के तीसरे सोमवार पर आज सभी जगह हरियाली तीज मनाई जा रही है, इस दिन सभी महिलाएं व्रत रखती है और भगवान शिव की पूजा करती है। यह त्योहार खास करके पंजाब, उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है। सुहागन स्त्रियों के लिए इस व्रत का काफी महत्व है। ऐसा संयोग कई सालों के बाद बन रहा है कि हरियाली तीज का त्योहार सोमवार को पड़ रहा है।
हरियाली तीज का मुहूर्त
सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीय तिथि यानि आज सोमवार के दिन हरियाली तीज मनाई जा रही है। तीज के दिन झूला झूलने, सोलह श्रृंगार करना ,मेहंदी लगाना, हरी-चूड़ियां पहनना बहुत शुभ माना जाता है।
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हरियाली तीज पर नवविवाहित महिलाएं अपने मायके जाकर इस पर्व को मनाती हैं। इस दिन महिलाएं खास करके संतान प्राप्ति करे लिए भी व्रत रखती है और कन्याएं मनवांछित वर प्राप्त करने के लिए यह व्रत ऱखती हैं।
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नई दुल्हनों को इस बात की जरूर जानकारी होनी चाहिए कि इस पर्व को क्यों मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन शिव जी और मां पार्वती का पुर्नमिलन हुआ था। ऐसा भी माना जाता है कि सावन मास की तीज के दिन मां पार्वती ने शंकर भगवान से शादी करने के लिए आज के दिन कठिन तपस्या की थी, और आज के ही दिन पार्वती की तपस्या से खुश होकर शंकर भगवान ने शादी का वरदान दिया था।
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