सुहागन महिलाओं के लिए हरियाली तीज, हरतालिका तीज की तरह कजरी तीज भी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। जानिए कब है कजरी तीज और कब है पूजा करने का शुभ मुहूर्त..
त्याग, तपस्या और संकल्प का प्रतीक अखंड सौभाग्यवती की कामना पूर्ति के लिए निराजली महिलायें गुरूवार को हरियाली तीज पर्व मना रही हैं ।
सावन माह के तीसरे सोमवार और हरियाली तीज के अवसर पर पंचमुखी ईटहिया शिव मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के कारण श्रद्धालुओं को काफी बदइंतजामी का सामना करना पड़ रहा है। पूरी खबर..
सावन मास में तीज का खास महत्व है। सुहागन स्त्रियों के लिये इस दिन काफी महत्वपूर्ण है। इसी दिन भगवान शिव ने पार्वती की तपस्या से खुश होकर उनको शादी का वरदान दिया था। जाने हरियाली तीज के महत्व को..
हरियाली तीज के पर्व को लेकर ऐसी मान्यता है कि इस दिन माता पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए कठोर तपस्या की थी और भगवान शिव ने हरियाली तीज के दिन ही पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया था।