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हज यात्रा के लिए सऊदी अरब सरकार ने कुछ नियम बदल देंगे। सरकार ने देश भर के कई आवेदन निरस्त कर दिए हैं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
लखनऊ: इस वर्ष हज यात्रा पर जाने की ख्वाहिश रखने वाले उन बच्चों के सपनों को बड़ा झटका लगा है, जिनकी उम्र 12 साल से कम है।
डाइनामाइट न्यूज के संवाददाता के अनुसार, सऊदी अरब सरकार ने साफ कर दिया है कि इस बार हज-2025 के लिए 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को वीजा जारी नहीं किया जाएगा। इस फैसले के चलते देशभर के 291 बच्चों का हज यात्रा का सपना अधूरा रह गया है। इनमें प्रदेश के भी 18 बच्चे शामिल हैं।
प्रदेश से 13,748 आजमीन होंगे रवाना
हज के लिए प्रदेश से इस बार कुल 13,748 आजमीनों का चयन किया गया है। इनमें से विभिन्न जिलों से 12 वर्ष से कम उम्र के 18 बच्चे भी अपने माता-पिता या अभिभावकों के साथ जाने वाले थे, लेकिन अब सऊदी सरकार के इस निर्णय के चलते उनकी यात्रा पर रोक लग गई है।
हज कमेटी ऑफ इंडिया ने जारी किया सर्कुलर
राज्य हज कमेटी के सचिव एसपी तिवारी ने जानकारी दी कि हज कमेटी ऑफ इंडिया, मुंबई की ओर से एक आधिकारिक सर्कुलर जारी कर सभी को इस निर्णय से अवगत करा दिया गया है। तिवारी ने बताया कि सऊदी सरकार ने बच्चों की उम्र संबंधी यह नीति तय की है, जिसके अनुसार 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को हज के लिए वीजा नहीं दिया जाएगा। यह नियम पूरे देश के लिए लागू है, जिससे कुल 291 बच्चों के आवेदन निरस्त हो चुके हैं।
यात्रा रद्द करने पर शुल्क नहीं लगेगा
एसपी तिवारी ने यह भी स्पष्ट किया कि जिन परिवारों के कवर नंबर में 12 साल से कम उम्र का बच्चा शामिल है, वे अन्य सदस्य हज यात्रा पर जा सकेंगे। अगर कोई यात्री बच्चा साथ न ले जाने की स्थिति में यात्रा रद्द कराना चाहता है, तो उसे इसके लिए 14 अप्रैल तक ऑनलाइन या हज सुविधा एप के माध्यम से आवेदन करना होगा। इस स्थिति में हज कमेटी उस यात्री की यात्रा बिना किसी शुल्क के निरस्त कर देगी। हालांकि, तय समयसीमा के बाद यदि कोई यात्रा रद्द कराता है तो उसे नियमानुसार शुल्क कटौती का सामना करना पड़ेगा।
सऊदी सरकार के फैसले के पीछे की आशंका
हज यात्रा के दौरान लाखों लोगों की भीड़ उमड़ती है और यह एक बेहद कठिन और थकाऊ प्रक्रिया होती है। माना जा रहा है कि छोटे बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों को ध्यान में रखते हुए सऊदी सरकार ने यह कदम उठाया है। हालांकि इस निर्णय से उन परिवारों में निराशा है जो बच्चों के साथ इस पाक सफर की तैयारी में जुटे थे।