देश में खाद्यान्न सुरक्षा को लेकर साध्वी निरंजन ज्योति ने किया ये दावा, जानिए क्या बोलीं

डीएन ब्यूरो

सरकार ने शुक्रवार को बताया कि देश में खाद्यान्न सुरक्षा के लिए पूरी व्यवस्था की गई है और आज कहीं भी खाद्यान्न न तो खराब हो रहा है और न ही उसे चुराया या लूटा जा रहा है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति
खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति


नयी दिल्ली: सरकार ने शुक्रवार को बताया कि देश में खाद्यान्न सुरक्षा के लिए पूरी व्यवस्था की गई है और आज कहीं भी खाद्यान्न न तो खराब हो रहा है और न ही उसे चुराया या लूटा जा रहा है।

यह भी पढ़ें: ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा चुनौतियों को लेकर कितना तैयार है भारत? पढ़ें पूरी रिपोर्ट 

उपभोक्ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केरल में पर्याप्त भंडारण क्षमता है। राज्य में कुल 31 लाख 88 हजार टन की भंडारण क्षमता है और वहां 43 हजार गोदाम भारतीय खाद्य निगम के हैं, 11 गोदाम किराए पर लिए गए हैं तथा 36 गोदाम राज्य सरकार के हैं।

यह भी पढ़ें | Politics in Delhi: मनरेगा को लेकर कांग्रेस ने किया बीजेपी पर बड़ा हमला, जानिए पूरी खबर

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार ज्योति ने पूरक प्रश्न के जवाब बताया कि केरल में एक साल के अनाज की भंडारण क्षमता है और वह चाहे तो अपने स्तर पर अन्य व्यवस्था कर सकती है।

यह भी पढ़ें: जयशंकर ने दिया खाद्य, ऊर्जा सुरक्षा के लिए तीन सूत्रीय फाॅर्मूला 

उन्होंने बताया कि भंडारण क्षमता बढ़ाने के लिए सहकारिता मंत्रालय ने कृषि सहित अन्य मंत्रालयों तथा भारतीय खाद्य निगम से परामर्श कर एक पायलट परियोजना बनाई है तथा विश्व की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना को अनुमोदित किया गया है।

यह भी पढ़ें | राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर किया बड़ा कटाक्ष, जानिए क्या बोले

ज्योति ने एक अन्य पूरक प्रश्न के उत्तर में बताया कि आज देश के अंदर न तो कहीं अनाज बर्बाद हो रहा है और न कहीं उसकी चोरी या लूट हो रही है। उन्होंने बताया कि पर्याप्त भंडारण क्षमता के कारण खाद्यान्न सुरक्षित है।

उन्होंने बताया कि 25 करोड़ लोगों के गरीबी रेखा से ऊपर उठने के बावजूद 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिए जाने पर सवाल उठाया जाता है। उन्होंने कहा ‘‘ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि गरीबों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाना है। राशन गरीबी के आधार पर नहीं दिया जा रहा है।’’










संबंधित समाचार