पायलट के कांग्रेस छोड़ने और अपनी पार्टी बनाने की बातें अफवाह: वेणुगोपाल
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के अगले कदम को लेकर जारी अटकलों के बीच शुक्रवार को कहा कि यह सब अफवाह है कि पायलट पार्टी से बाहर चले जाएंगे और अपनी पार्टी गठित करेंगे।
नई दिल्ली: कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के अगले कदम को लेकर जारी अटकलों के बीच शुक्रवार को कहा कि यह सब अफवाह है कि पायलट पार्टी से बाहर चले जाएंगे और अपनी पार्टी गठित करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पायलट के साथ बातचीत हुई है और राजस्थान विधानसभा चुनाव कांग्रेस एकजुट होकर लड़ेगी।
वेणुगोपाल ने यह बयान पायलट के पिता और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर 11 जून को होने वाले कार्यक्रम से 2 दिन पहले दिया है। यह कार्यक्रम राजस्थान के दौसा में होना है।
बहरहाल, पायलट के करीबी सूत्रों का कहना है कि पूर्व उपमुख्यमंत्री की ओर से जो मुद्दे उठाए गए हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।
पायलट के करीबी नेताओं का यह भी कहना है कि 'वसुंधरा राजे सरकार में हुए भ्रष्टाचार' पर कार्रवाई करना एक प्रमुख मांग है, हालांकि इस पर अभी बहुत कुछ नहीं हो पाया है।
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वेणुगोपाल ने पायलट के अगले कदम से जुड़ी अटकलों के बारे में पूछे जाने पर 'पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘मैं अफवाहों में विश्वास नहीं करता। वास्तविकता यह है कि कांग्रेस अध्यक्ष (मल्लिकार्जुन खरगे) और राहुल गांधी जी ने अशोक गहलोत जी और सचिन पायलट जी के साथ चर्चा की तथा उसके बाद हमने कहा था कि हम एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे। यही कांग्रेस पार्टी का रुख है। इसके अलावा कुछ नहीं है।''
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘मैं पायलट के साथ मुलाकात कर रहा हूं, बातचीत कर रहा हूं।''
यह पूछे जाने पर कि क्या पायलट पार्टी में बने रहेंगे, तो वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘आपसे किसने कहा कि वह पार्टी से बाहर जा रहे हैं। यह सब काल्पनिक सवाल है। यह सब अफवाह है। अफवाहों पर विश्वास मत करिए। कांग्रेस राजस्थान विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ेगी।''
हाल ही में कुछ खबरों में कहा गया था कि पायलट जल्द ही अलग पार्टी का गठन कर सकते हैं, हालांकि उनके करीबी सूत्रों का कहना था कि फिलहाल उनका पूरा ध्यान उन मांगों पर है, जो वह पिछले कुछ महीनों से लगातार उठा रहे हैं।
पायलट ने हाल में तीन मांगें रखी थीं, जिनमें राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) को भंग करना और इसका पुनर्गठन, सरकारी परीक्षा के पेपर लीक होने से प्रभावित युवाओं को मुआवजा देना और वसुंधरा राजे नीत पिछली भाजपा सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की उच्चस्तरीय जांच कराना शामिल है।
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पिछले दिनों कांग्रेस ने गहलोत और पायलट के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मैराथन बैठक के बाद कहा था कि दोनों नेता आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सहमत हैं तथा उनके बीच के मुद्दों का समाधान आलाकमान करेगा।
पार्टी के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने यह भी कहा था कि गहलोत और पायलट पार्टी के प्रस्ताव पर सहमत हो गए हैं। हालांकि, उन्होंने इस बारे में कोई ब्योरा नहीं दिया था।