

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने प्रसिद्ध कानूनविद प्रोफेसर वेद प्रकाश नंदा के निधन पर मंगलवार को गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि उनके निधन के साथ ही संघ के एक समर्पित स्वयंसेवक और महान मानवीय गुणों से संपन्न व्यक्ति की जीवन यात्रा का अंत हो गया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नयी दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने प्रसिद्ध कानूनविद प्रोफेसर वेद प्रकाश नंदा के निधन पर मंगलवार को गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि उनके निधन के साथ ही संघ के एक समर्पित स्वयंसेवक और महान मानवीय गुणों से संपन्न व्यक्ति की जीवन यात्रा का अंत हो गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक भारतीय मूल के अमेरिकी शिक्षाविद नंदा अंतरराष्ट्रीय कानून के विशेषज्ञ थे और उन्हें 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। गुजरांवाला (अब पाकिस्तान) में 1934 में जन्मे नंदा का एक जनवरी को डेनवर में निधन हो गया था।
आरएसएस की ओर से जारी एक संयुक्त बयान में सरसंघचालक मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा, ‘‘वेद प्रकाश नंदा जी के निधन पर हम गहरा शोक व्यक्त करते हैं, जिन्होंने अमेरिका के डेनवर में अंतिम सांस ली। संघ के एक समर्पित स्वयंसेवक और महान मानवीय गुणों से संपन्न व्यक्ति की जीवन यात्रा का अंत हो गया।’’
बयान में कहा गया नंदा ने दिल्ली में शुरुआती वर्षों में एक छात्र कार्यकर्ता के रूप में अपने सफर की शुरुआत की और बाद में कानून के प्रोफेसर के रूप में अपनी पहचान स्थापित की।
आरएसएस ने कहा, ‘‘अपने छात्रों और समकालीनों के लिए एक प्रेरणा रहे हैं।’’
नंदा अपने बचपन के वर्षों में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के महासचिव और अध्यक्ष थे। एबीवीपी आरएसएस की छात्र इकाई है।
बयान में अमेरिका में हिंदू स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय संघचालक के रूप में उनके योगदान को भी याद किया और कहा गया वह संस्कृति और न्याय के मुद्दों पर समान रूप से चिंतित थे।
उसमें कहा गया, ‘‘हम उनके निधन पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दुख की इस घड़ी में परिवार को शक्ति प्रदान करें और दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करें।’’
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