

कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा हाल में दिये गये भाषणों में लगातार राष्ट्रीय स्वयं सेवक (आरएसएस) पर निशाना साधने के बीच आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने मंगलवार को कहा कि उन्हें (राहुल को) ज्यादा जिम्मेदारी के साथ बात करनी चाहिए और समाज में संघ की स्वीकार्यता की वास्तविकता को देखना चाहिए। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
समालखा: कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा हाल में दिये गये भाषणों में लगातार राष्ट्रीय स्वयं सेवक (आरएसएस) पर निशाना साधने के बीच आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने मंगलवार को कहा कि उन्हें (राहुल को) ज्यादा जिम्मेदारी के साथ बात करनी चाहिए और समाज में संघ की स्वीकार्यता की वास्तविकता को देखना चाहिए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार होसबाले ने यह भी कहा कि आरएसएस समान लिंगी विवाह के विषय पर केंद्र सरकार के दृष्टिकोण से सहमत है और सरकार की तरह वह भी मानता है कि विवाह केवल विपरीत लिंग के दो लोगों के बीच हो सकता है।
जब उनसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विरूद्ध हाल में राहुल गांधी द्वारा की गयी टिप्पणियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह जरूर अपने ‘राजनीतिक एजेंडे’ के तहत ऐसा कर रहे होंगे, लेकिन आरएसएस राजनीतिक क्षेत्र में काम नहीं करता है , इसलिए उनकी संघ से कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है।
आरएसएस की ‘अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा’ के आखिरी दिन यहां एक संवाददाता सम्मेलन में होसबाले ने कहा, ‘‘एक राजनीतिक दल के नेता के तौर पर उन्हें ज्यादा जिम्मेदारी के साथ बात करनी चाहिए और (संघ के विस्तार तथा समाज में उसकी स्वीकार्यकर्ता की) वास्तविकता देखनी चाहिए ।’’
ब्रिटेन में गांधी की टिप्पणी के बारे में एक प्रश्न के उत्तर में आरएसएस नेता ने कहा, ‘‘ जिनलोगों ने भारत को जेल में तब्दील कर दिया था, उन्हें देश में लोकतंत्र पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है।’’
मुसलमानों तक संघ की पहुंच कायम करने के संबंध में एक सवाल के जवाब में होसबाले ने कहा कि आरएसएस के नेता मुस्लिम बुद्धिजीवियों एवं उनके आध्यात्मिक नेताओं से उनके निमंत्रण पर ही मिल रहे हैं ।
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