DN Exclusive: यूपी में सत्ता से दूर रहने के बाद राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी एक्शन के मूड में, लिया ये कठोर फैसला

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद सत्ता से दूर राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी एक्शन के मूड में आ गये हैं। जयंत चौधरी ने राज्य में रालोद के सभी तरह के फ्रंटल संगठनों को तत्काल प्रभाव से भंग करने का आदेश दिया है। पढ़िये पूरी रिपोर्ट

रालोद चीफ जयंत चौधरी ने यूपी में भंग किये पार्टी के सभी फ्रंटल संगठन
रालोद चीफ जयंत चौधरी ने यूपी में भंग किये पार्टी के सभी फ्रंटल संगठन


लखनऊ: उत्तर प्रदेश में फिर एक बार सत्ता से दूर रही राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी एक्शन के मूड़ में दिख रहे हैं। रोलद चीफ ने यूपी चुनाव के दौरान सक्रिय रहे पार्टी के फ्रंटल संगठनों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह के निर्देशों पर पार्टी ने राज्य में प्रदेश, क्षेत्रीय और जिला समेत सभी तरह के फ्रंटल संगठनों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है। माना जा रहा है कि इस निर्णय के बाद पार्टी जल्द ही नए सिरे से चरणवार संगठन का पुनर्गठन करेगी। 

बता दें कि विधानसभा चुनाव में संगठन की निष्क्रियता और पार्टी प्रत्ययाशियों के चयन को लेकर हुई हार पर उंगली उठ रही थी। अब असंतुष्ट नेताओं को संगठन में प्रमुख पद देकर संतुष्ट किया जा सकता है। खराब प्रदर्शन करने वालों को संगठन से बाहर रखा जा सकता है। 

यूपी विधानसभा चुनाव में रालोद ने समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। अखिलेश यादव के साथ आने से रालोद चीफ जयंत चौधरी को फायदा भी मिला। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जयंत चौधरी के नेतृत्व वाली रालोद, जो 2017 के चुनावों में एक सीट पर सिमट गई थी, इस बार 33 सीटों पर लड़ी और उनमें से आठ पर जीत हासिल की। हालांकि यह प्रदर्शन भी पार्टी की अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं माना जा रहा है।

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चुनाव के मद्देजनजर रालोद ने उत्तर प्रदेश में प्रदेश, क्षेत्रीय, जिला और तहसील स्तरों पर फ्रंटल संगठनों का गठन किया था। रालोद अध्यक्ष के निर्देशों पर आज पार्टी ने इन सभी संगठनों को तत्काल प्रभाव से भंग करने का आदेश जारी कर दिया है।  










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