

झारखंड में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां जोरों पर है। इस बीच मंगलवार को ईडी कई आईएएस अफसरों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां जोरों पर है। इस बीच मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने आईएएस अधिकारी विनय चौबे, आबकारी अधिकारी गजेंद्र सिंह समेत झारखंड शराब टेंडर से जुड़ी कई कंपनियों के ठिकानों पर छापेमारी की है। यह छापेमारी कथित शराब घोटाले के मामले में की गई।
झारकंड के अलावा ईडी टीम द्वारा इसके साथ ही छत्तीसगढ़ शराब सिंडिकेट घोटाले से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की है।
झारखंड और छत्तीसगढ़ में ईडी टीम द्वारा 17 जगहों पर छापेमारी की गई।
झारखंड में उत्पाद विभाग के संयुक्त सचिव के पद पर तैनता वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विनय चौबे के साथ ही उनके करीबी अधिकारियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की खबरें हैं।
ईडी द्वारा ये छापेमारी छत्तीसगढ़ शराब घोटाला से जुड़े मामले में आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे के खिलाफ दर्ज एफआईआर के आधार पर की जा रही है। इससे पहले सितंबर में, छत्तीसगढ़ के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और आर्थिक अपराध शाखा (WOW) ने विनय कुमार चौबे सहित सात व्यक्तियों के साथ ही एक सिंडिकेट के खिलाफ राज्य की शराब नीति में बदलाव करके सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की थी।
इससे पहले अगस्त में, रायपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले में चल रही मनी लॉन्ड्रिंग जांच में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
ईडी की मंगलवार की इस छापेमारी के बाद क्या कुछ सामने आता है, इसका पता बाद में ही लग सकेगा।
झारखंड के शराब सिंडिंकटे से जुड़े मामले में ईडी ने इससे पहले इसी साल मई में झारखंड के पूर्व मंत्री के करीबी के घर पर ईडी ने छापेमारी की थी। इस छापेमारी में ईडी ने करोड़ों रुपए कैश बरामद किए थे। करोड़ों की कैश की गिनती के लिये ईडी को कई मशीनें मंगानी पड़ी थी और गिनती के लिये कई दिन लगे थे। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से वायरल हुआ था।