हमीरपुर के आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को वितरित किये जा रहे हैं रागी के लड्डू, चूरमा

डीएन ब्यूरो

हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को रागी से बने लड्डू और चूरमा परोसा जा रहा है, जिसका उद्देश्य बच्चों को कुपोषण से बचाना है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पढे़ं डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर

आंगनबाड़ी केंद्र
आंगनबाड़ी केंद्र


हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश): हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को रागी से बने लड्डू और चूरमा परोसा जा रहा है, जिसका उद्देश्य बच्चों को कुपोषण से बचाना है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

हमीरपुर के उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि तीन वर्ष तक के बच्चों को सप्ताह में एक बार देसी घी और रागी से बने लड्डू वितरित किये जा रहे हैं, जबकि तीन से पांच वर्ष तक की आयु के कुपोषित बच्चों को सप्ताह में दो बार यह दिया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि छह महीने से एक साल तक के बच्चों को देसी घी का रागी चूरमा भी दिया जा रहा है।

रागी और घी युक्त लड्डू तथा चूरमा का वितरण बुधवार से शुरू किया गया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार उपायुक्त ने बताया कि लड्डू और चूरमा के लिए सामग्री सीधे स्थानीय किसानों से खरीदी जा रही है और महिला स्वयं सहायता समूह इसे तैयार करने के लिए आगे आए हैं।

उन्होंने बताया कि महिला स्वयं सहायता समूहों को हमीरपुर के होटल प्रबंधन संस्थान में पारंपरिक पौष्टिक व्यंजन तैयार करने का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।

बैरवा ने बताया कि पर्याप्त भोजन दिए जाने के बावजूद कई बच्चे कुपोषित हो जाते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मोटे अनाज से तैयार हमारे कई पारंपरिक व्यंजन पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। रागी के लड्डू इनमें से एक हैं। इसके पौष्टिक गुणों को ध्यान में रखते हुए जिले में बच्चों को इसे वितरित करने की पहल की गई है।’’










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