Rafale Deal: राफेल डील में बड़ा खुलासा, बिचौलिए को दी गई 65 करोड़ की घूस, CBI-ED ने मूंदी आंखें
भारत द्वारा फ्रांस से किये गये चर्चित राफेल सौदे को लेकर नया खुलासा सामने आया है। एक रिपोर्ट में इस सौदे के लिये बिचौलिए को 65 करोड़ी की घूस देने का दावा किया गया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली: पिछले लोकसभा चुनाव समेत लंबे समय से चर्चा में रहे राफेल सौदे को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है। भारत द्वारा फ्रांस से किये गये राफेल सौदे में करोड़ों की रिश्वत देने का दावा किया गया है। एक नई रिपोर्ट में इस सौदे के लिये बिचौलिए को 65 करोड़ की घूस देने का दावा किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सीबीआई औऱ ईडी को घूस के बारे में जानकारी थी लेकिन इसके बावजूद भी उसने मामले को अनदेखा कर दिया।
फ्रांस की एक ऑनलाइन पत्रिका 'मीडियापार्ट' ने अपनी एक रिपोर्ट में यह नया दावा किया है। पत्रिका ने फेक इनवॉयस (फर्जी बिल) पब्लिश करके यह दावा किया है कि राफेल बनाने वाली फ्रांसीसी कंपनी दसॉल्ट एविएशन ने डील कराने के लिए भारतीय बिचौलिए सुशेन गुप्ता को करीब 65 करोड़ रुपए (€7.5 मिलियन) की रिश्वत दी थी और इसकी जानकारी सीबीआई और ईडी को भी थी, मगर उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया।
यह भी पढ़ें |
DN Exclusive: राफेल डील पर आखिर क्यों बरपा हैं हंगामा, जानें पूरा सच..
इस रिपोर्ट में पत्रिका ने लिखा है कि उसके पास ऐसे दस्तावेज हैं, जिसमें डसॉल्ट एविएशन और उसके बिजनेस पार्टनर थेल्स (एक रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स फर्म) ने बिचौलिए सुशेन गुप्ता को डील करवाने के लिए गुप्त कमीशन के रूप में 7.5 मिलियन यूरो (65 करोड़ रुपये) को ट्रांसफर किया है। यह इसलिए था कि भारत के साथ 36 राफेल लड़ाकू विमानों की डील बिना किसी उलझन के हो सके।
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि दस्तावेज के होने के बावजूद सीबीआई और ईडी जैसी भारतीय एजेंसियों ने मामले को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया। इस तरह इसकी जांच को रोक दिया गया।
यह भी पढ़ें |
आसमान में बढ़ेगी भारत की ताकत, अगले साल तक भारत को मिलेंगे 21 राफेल विमान
इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारतीय एजेंसियों (सीबीआई और ईडी) के पास इस डील से जुड़े रिश्वत के खेल के दस्तावेज भी मौजूद थे लेकिन इन एजेंसियों ने मामले में शांति बनाए रखा और इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
बता दें कि भारत ने फ्रांस से 59000 करोड़ रुपए में 36 राफेल विमान का सौदा किया था।