पुणे टेस्ट : आस्ट्रेलिया की पहली पारी 260 रनों पर सिमटी
भारत ने महाराष्ट्र क्रिकेट संघ (एमसीए) स्टेडियम में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन शुक्रवार को आस्ट्रेलिया को 260 रनों पर ही समेट दिया। मिशेल स्टार्क के रूप में आस्ट्रेलिया का आखिरी विकेट गिरा। वह 61 रन बनाकर रविचंद्रन अश्विन का शिकार बने।
पुणे: भारत ने महाराष्ट्र क्रिकेट संघ (एमसीए) स्टेडियम में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन शुक्रवार को आस्ट्रेलिया को 260 रनों पर ही समेट दिया। मिशेल स्टार्क के रूप में आस्ट्रेलिया का आखिरी विकेट गिरा। वह 61 रन बनाकर रविचंद्रन अश्विन का शिकार बने।
आस्ट्रेलिया ने दूसरे दिन अपने गुरुवार के स्कोर नौ विकेट के नुकसान पर 256 रनों से आगे खेलना शुरू किया। दूसरे दिन स्टार्क सिर्फ पांच गेंद ही खेल पाए और आउट हो गए। उन्होंने दिन की दूसरी गेंद पर चौका लगाया और पांचवीं गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में सीमा रेखा पर रवींद्र जडेजा के हाथों लपके गए। उन्होंने अपनी पारी में 63 गेंदें खेलते हुए छह चौके तथा तीन छक्के लगाए।
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जोस हेजलवुड एक रन पर नाबाद लौटे। अश्विन का यह इस घरेलू सत्र का 64वां विकेट था। वह भारत की तरफ से एक घरेलू सत्र में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। इससे पहले कपिल देव ने एक घरेलू सत्र में 63 विकेट अपने नाम किए थे। भारत की तरफ से उमेश यादव ने चार, अश्विन ने तीन, जडेजा ने दो और जयंत यादव ने एक विकेट लिया।
पहले दिन आस्ट्रेलिया ने टॉस जीत पर बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। उसने दिन के पहले सत्र में एक विकेट के नुकसान पर 82 रनों पर बनाए थे। लेकिन बाकी के दोनों सत्रों में वह बैकफुट पर चली गई थी। दूसरे सत्र में उसने तीन विकेट गवाएं थे और आखिरी सत्र में पांच विकेट।
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भारत को उसे पहले ही दिन की पवेलियन भेजने की उम्मीद थी लेकिन स्टार्क ने अंत में तेजी से रन बनाते हुए अपनी टीम को पहले दिन ही बिखरने से रोक दिया। मेहमानों के लिए सर्वाधिक 68 रन भारत में अपना पहला मैच खेल रहे सलामी बल्लेबाज मैट रेनशॉ ने बनाए। डेविड वॉर्नर ने 38 रनों का योगदान दिया।
टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी आस्ट्रेलिया ने अच्छी शुरुआत की थी और भोजनकाल तक एक विकेट के नुकसान पर 84 रन बनाए थे। वार्नर को उमेश ने 82 के कुल योग पर आउट किया था। उस समय स्मिथ एक और शॉन मार्श एक रन पर नाबाद लौटे थे। इसी स्कोर पर रेनशॉ पेट खराब होने के कारण रिटायर हो गए थे।
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भोजनकाल के बाद मार्श और स्मिथ ने दूसरे विकेट के लिए 37 रन जोड़े। मार्श को जयंत ने 119 के कुल योग पर आउट किया। इसके बाद कप्तान ने हैंड्सकॉम्ब के साथ तीसरे विकटे के लिए 30 रनों की साझेदारी की। हैंड्सकॉम्ब को जडेजा ने 149 के कुल योग पर आउट किया। हैंड्सकॉम्ब ने 45 गेंदे खेली और अपनी पारी में तीन चौके लगाए। इसी योग पर अश्विन ने कप्तान सिम्थ को चलता कर मेहमानों को चौथा और सबसे बड़ा झटका दिया।
स्मिथ ने 95 गेदें खेलीं और अपनी पारी में दो चौके लगाए।स्मिथ के जाने के बाद रेनशॉ मैदान पर वापस आए। चायकाल तक वह मिशेल मार्श के साथ टिके रहे। आस्ट्रेलिया ने चायकाल तक चार विकेट पर 153 रन बनाए थे। आस्ट्रेलिया का निचला क्रम ढह गया। तीसरे सत्र में आस्ट्रेलिया ने मिशेल मार्श (4), मैथ्यू वेड (8), स्टीवन ओ कैफी (0), नाथन लॉयन (0), और रेनशॉ के विकेट गंवाए।
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दिन के आखिरी सत्र में जडेजा ने मार्श को पवेलियन भेजा। दूसरे छोर पर खड़े रेनशॉ ने अर्धशतक पूरा किया। वेड जिस तरह से संभल कर बल्लेबाजी कर रहे थे लग रहा था कि वह टिके रहेंगे लेकिन उमेश की गेंद पर वह पगबाधा करार दे दिए गए। मेजबानों को बड़ा विकेट अश्विन ने दिलाया। रेनशॉ उनकी गेंद पर स्लिप पर खड़े मुरली विजय के हाथों लपके गए। कैफी को यादव ने खाता भी नहीं खोलने दिया। अगली ही गेंद पर लॉयन भी पवेलियन लौट गए।
भारत उम्मीद लगाए बैठा था कि वह आखिरी विकेट भी जल्दी ले लेगा लेकिन स्टार्क ने ऐसा नहीं होने दिया। उन्होंने अश्विन पर छक्का लगाया और फिर 88वें ओवर में जडेजा पर लगातार दो चौके और एक छक्का लगाया। हेजलवुड ने उनका अच्छा साथ दिया और दोनों दिन का खेल खत्म होने तक टिके रहे। (आईएएनएस)