अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ लगातार प्रदर्शन, लोगों का गुस्सा चरम पर, पल-पल बदल रहे हालात, जानिये ताजा अपडेट
तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान के लोगों का गुस्सा लगातार बढ़ रहा है और तालिबान के खिलाफ वहां विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं इसके साथ ही वहां के हालात तेजी से बदल रहे हैं। पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली: अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान अब वहां अपनी सरकार गठन करने के प्रयास में जुटा हुआ है लेकिन इसके साथ ही तालिबान के खिलाफ अफगान नागरिकों का विरोध भी लगातार बढ़ता जा रहा है। अफगानी युवा, महिलाएं और पुरुष अलग-अलग जगहों पर तालिबान के खिलाफ प्रदर्शन करके मोर्चाबंदी करने लगे हैं, जिससे वहां पल-पल हालत बदलते जा रहे है। बताया जाता है कि अफगानी सेना भी अब तालिबान के खिलाफ सक्रिय होने लगी है।
अफगानी नागरिकों के अलावा दुनिया भर के तमाम देशों द्वारा भी बंदूक के बल पर अफगानिस्तान की सत्ता कब्जाने वाले तालिबान का विरोध किया जा रहा है। कई देशों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने अफगानिस्तान को दी जा रही मदद रोकने के ऐलान किया है, ताकि वह तालिबान को न मिल सके। अफगानिस्तान में दहशत के साथ वहां के लोगों में आक्रोश फूटने लगा है उसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन का दायरा बढ़ रहा है और लोग खुलकर तालिबान को चुनौती दे रहे हैं।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक मुल्क के अलग-अलग हिस्सों में सड़कों पर जनता ने तालिबान का विरोध करना शुरू कर दिया है। इस बीच अफगानिस्तान के पंजशीर इलाकों में तालिबान के खिलाफ लड़ने के लिए पूर्व सैनिकों ने मोर्चा संभालना शुरू कर दिया है। इन सभी की अगुवाई अहमद मसूद कर रहे हैं, जो कि तालिबानियों को मात दे चुके अहमद शाह मसूद के बेटे हैं।
अफगानिस्तान में पैदा हुए गंभीर संकट को लेकर नाटो ने भी आज आपातकालीन बैठक बुलाई है। इस अहम बैठक में वहां के हालात को लेकर विचार होगा। वहीं, नाटो के महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग 30 देशों के सैन्य गठबंधन के विदेश मंत्रियों की आज होने वाली आपातकालीन बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें अफगानिस्तान पर मुख्य रूप से चर्चा होगी। इस बैठक पर भी दुनिया के कई देशों की नजर हैं, ताकि तालिबान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुछ ठोस फैसला लिया जा सके।