

देश में वक्फ कानून के अस्तित्व में आने के बाद से देश में कई जगह हिंसा और बवाल का दौर जारी है। बंगाल बुरी तरह जल रहा है और कई सवाल खड़े हो रहे हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली: वक्फ (संशोधन) कानून देश में लागू हो चुका है। संसद में इस बिल पर भारी घमासान देखने को मिला था। अब जब यह कानून बन चुका है तो कई राज्यों में अब भी राजनीति गरमाई हुई है। कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी कई याचिकाएं दायर हो चुकी हैं। लेकिन वक्फ कानून को लेकर पश्चिम बंगाल में तो दिनों-दिन हालत बद से बदतर होते जा रहे हैं।
वक्फ (संशोधन) कानून के विरोध में पश्चिम बंगाल में शुक्रवार को विभिन्न जिलों में हिंसा की घटनाएं शुरु हुई थी। आज शनिवार को भी हिंसा का दौर जारी रहा। सबसे ज्यादा हिंसा मुर्शिदाबाद में देखने को मिली।
मुर्शिदाबाद में एक पिता-पुत्र की हत्या कर दी गई। जिले के शमशेरगंज में एक घर से पिता-पुत्र की रक्तरंजित लाश बरामद हुई है।अब तक कुल 118 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पश्चिम बंगाल में पिता-पुत्र की हत्या के साथ अब तक कुल तीन लोगों की मौत हो चुकी है। मुर्शिदाबाद के अलावा मालदा, दक्षिण 24 परगना और हुगली जिलों में भी हिंसा का दौर जारी है।
शनिवार को बंगाल के हिंसा प्रभावित जिलों में पुलिस के कई वाहनों को आग लगा दी गई, सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंके गए और सड़कों को जाम किया गया।
इस बीच सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि वक्फ कानून को केंद्र ने बनाया है और इसका जवाब केंद्र से मांगनी चाहिए। ममता बनर्जी ने साफ किया कि वे बंगाल में वक्फ कानून को लागू नहीं करेंगी।
बंगाल में हिंसा की बढ़ती घटनाओं ने हर किसी को चिंता में डाल दिया है। हिंसा की असली वजह ययह है कि लोग इस बिल को धर्म के चश्मे से देख रहे हैं और राजनीतिक दलों व नेताओं के सियासी बयान इन घटनाओं को बढ़ाने का काम कर रहा है।
अब यह मामला हाई कोर्ट पहुंच चुका है। हाई कोर्ट ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में केंद्रीय बलों की तैनाती के निर्देश दिये हैं।