अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, रेलवे में वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली रियायतें बहाल करने की मांग

डीएन ब्यूरो

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे द्वारा दी जाने वाली किराया रियायतें बहाल करने का अनुरोध करते हुए कहा है कि अपने बुजुर्गों के आशीर्वाद के बिना कोई व्यक्ति या समाज विकास नहीं कर सकता।

अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र


नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे द्वारा दी जाने वाली किराया रियायतें बहाल करने का अनुरोध करते हुए कहा है कि अपने बुजुर्गों के आशीर्वाद के बिना कोई व्यक्ति या समाज विकास नहीं कर सकता।

केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को शनिवार को लिखे एक पत्र में कहा कि केंद्र का बजट 45 लाख करोड़ रुपये का है और अगर वरिष्ठ नागरिकों को रियायतें दी जाती हैं तो इस पर 1600 करोड़ रुपये का व्यय होगा। उन्होंने इस राशि को ‘‘सागर में एक बूंद’’ करार देते हुए कहा कि यह राशि खर्च बचा लेने से सरकार अमीर नहीं बन जाएगी।

उन्होंने ट्वीट किया कि बुजुर्गों को पिछले कई सालों से रेल यात्रा में 50 प्रतिशत तक की छूट मिल रही थी और इसे समाप्त किया जाना ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार सालाना बजट में बुजुगों की तीर्थ यात्रा पर 50 करोड़ रूपये खर्च करती है। उन्होंने कहा, ‘‘कृपया रेलवे में बुजुर्गों को दी जाने वाली रियायतें बंद नहीं करें। करोड़ों बुजुर्गों को इसका लाभ मिल रहा था।’’

केजरीवाल ने कहा कि ये सुविधाएं बंद करने से वरिष्ठ नागरिकों को यह संदेश मिल रहा है कि सरकार को उनकी परवाह नहीं है, जो देश की संस्कृति के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों के आशीर्वाद के बिना कोई व्यक्ति, समाज या देश तरक्की नहीं कर सकता।

उन्होंने कहा कि उन बुजुर्गों के आशीर्वाद से दिल्ली में सभी क्षेत्रों में प्रगति हो रही है और उनकी सरकार ने बुजुर्गों के लिए धार्मिक स्थलों की मुफ्त यात्रा की व्यवस्था की है।

उन्होंने कहा, ‘‘कई बार हमें अहंकार हो जाता है कि हमें जो कुछ जिंदगी में मिला वो केवल हमारी मेहनत का नतीजा है। ऐसा नहीं है। हमारी तरक्की में हमारे बुजुर्गो का आशीर्वाद होता है। बिना उनके आशीर्वाद के कोई व्यक्ति, कोई समाज या कोई देश तरक्की कर ही नहीं सकता।’’

उन्होंने कहा, ‘‘बात पैसे की नहीं है। बात नीयत की है। दिल्ली सरकार अपने बजट में से बुजुर्गों की तीर्थ यात्रा पर अगर 50 करोड़ खर्च कर देती है तो दिल्ली सरकार कोई गरीब नहीं हो जाती।’’

केंद्र सरकार ने 2020 में कोविड-19 पर काबू पाने के लिए लोगों की आवाजाही को हतोत्साहित करने की खातिर वरिष्ठ नागरिकों को मिल रही रियायतों को बंद कर दिया था।

हाल ही में एक संसदीय समिति ने रेलवे द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली किराया रियायतें को फिर से शुरू करने की सिफारिश की है।

भारतीय रेलवे द्वारा ट्रेन किरायों में 60 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों को 40 प्रतिशत एवं 58 साल से अधिक आयु की महिलाओं को 50 प्रतिशत की छूट दी जाती थी।

ये रियायतें 20 मार्च, 2020 को वापस ले ली गई थीं। रेलवे ने हालांकि कहा है कि रियायतों को फिर से शुरू करने की उसकी तत्काल कोई योजना नहीं है।










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