गुजरात विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन विधायकों को संबोधित करेंगे राष्ट्रपति मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे के तहत बुधवार को प्रदेश की राजधानी गांधीनगर में राज्य विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन विधायकों को संबोधित करेंगी।पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
अहमदाबाद: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे के तहत बुधवार को प्रदेश की राजधानी गांधीनगर में राज्य विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन विधायकों को संबोधित करेंगी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मंगलवार को अहमदाबाद पहुंचने पर मुर्मू की अगवानी की।
मुर्मू गुजरात विधानसभा के चार दिवसीय मानसून सत्र के पहले दिन बुधवार को गांधीनगर में राष्ट्रीय ई-विधान ऐप्लीकेशन (एनईवीए) परियोजना का उद्घाटन करने के साथ ही विधायकों को संबोधित करेंगी।
विधानसभा सचिवालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक, सदन के कामकाज को कागज रहित बनाने के मकसद से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा परिकल्पित 'वन नेशन, वन एप्लीकेशन' अवधारणा के तहत एनईवीए परियोजना लागू की गई है।
यह भी पढ़ें |
गुजरात में गोहत्या की तो मिलेगी उम्रकैद की सजा
विज्ञप्ति के मुताबिक, सभी विधायकों को टैबलेट कंप्यूटर के जरिये एनईवीए एप्लिकेशन का संचालन करने का प्रशिक्षण दिया गया है।
गुजरात विधानसभा में चार दिन के मानसून सत्र के दौरान नियमित कामकाज के अलावा नौ विधेयकों पर चर्चा की जाएगी, जिनमें 'गुजरात कॉमन यूनिवर्सिटीज बिल, 2023' भी शामिल है। विपक्षी दल कांग्रेस ने इस विधेयक का जबरदस्त विरोध करने की बात कही है। उसने आरोप लगाया है कि इस विधेयक का उद्देश्य छात्र राजनीति को खत्म करना है।
विधानसभा की कार्य मंत्रणा समिति के एक सदस्य ने कहा कि मानसून सत्र के दौरान राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार जी20 शिखर सम्मेलन और चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की सराहना करते हुए दो प्रस्ताव भी ले आएगी।
राष्ट्रपति मुर्मू बुधवार को राजभवन से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की 'आयुष्मान भव' पहल का भी शुभारंभ करेंगी।
यह भी पढ़ें |
Gujarat: विधानसभा होगी पेपरलेस, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने NeVA का किया उद्घाटन
'आयुष्मान भव' एक राष्ट्रव्यापी पहल है, जिसका मकसद देश के हर गांव और कस्बे तक स्वास्थ्य सेवाओं की व्यापक पहुंच प्रदान करना है। यह पहल 'आयुष्मान भारत' कार्यक्रम की सफलता के मद्देनजर शुरू की गई है।