यूपी के एक और बाहुबली पर शिकंजे की तैयारी में योगी सरकार, करोड़ों की संपत्ति होगी जब्त, राजनीति से भी है सरोकार

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेताओं में शुमार और भदोही पुलिस द्वारा D12 गैंग में पंजीकृत किये गये पूर्व विधायक विजय मिश्र की मुश्किलें बढ़ गई है। प्रवर्तन निदेशालय विजय मिश्र की करोड़ों की संपित्ति जब्त करने की तैयारी में जुट गया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

पूर्व MLA विजय मिश्र के खिलाफ ईडी की कार्रवाई तेज (फाइल फोटो)
पूर्व MLA विजय मिश्र के खिलाफ ईडी की कार्रवाई तेज (फाइल फोटो)


लखनऊ: हाल ही में संपन्न उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में आगरा जेल से ही चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाले बाहुबली नेता और भदोही के पूर्व विधायक विजय मिश्रा की नींद अब उड़ने वाली है। बेनामी संपत्ति को लेकर अजय मिश्रा और उनके करीबियों पर पुलिस की लगातार कार्रवाई के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी उनके खिलाफ कार्रवाई में जुट गया है। ईडी ने विजय मिश्रा की करोड़ों रुपये की अवैध संपत्ति को जब्त करने की तैयारी शुरू कर दी है।

हाल में ही पुलिस द्वारा विजय मिश्रा, उनके बेटे और भतीजे समेत कुल 8 लोगों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी। भदोही जनपद की ज्ञानपुर विधानसभा सीट से लगातार चार विधायक रहे विजय मिश्रा पर पुलिस की इस कार्रवाई के बाद ईडी ने भी अवैध संपत्ति को लेकर विजय मिश्रा के खिलाफ अपनी कार्रवाई को तेज कर दिया है। विजय मिश्रा की अवैध और अचल संपत्ति को लेकर ईडी द्वारा भदोई, प्रयागराज समेत कुछ अन्य जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी गई है। राजस्व विभाग से अभिलेखों की पुष्टि के बाद अजय मिश्रा की करोड़ों की संपत्ति जब्त की जायेगी।  

डाइनामाइट न्यूज़ संवादाता के मुताबिक ईडी ने बाहुबली नेता और ज्ञानपुर भदोही के पूर्व विधायक विजय मिश्रा के साथ ही उनके परिजनों और करीबियों के भी आर्थिक स्रोत के बारे में भी आंतरिक स्तर पर जानकारी जुटाने का काम जारी है। अब तक की जांच में ईडी को कई स्रोतों से अजय मिश्रा की करोड़ों रुपये की अवैध औऱ आय से अधिक संपत्ति की पता चला है। इसके अलावा यूपी के कई जिलों में अजय मिश्रा के कई मकान, भूखंड और फ्लैट होने की भी जानकारी सामने आयी है।

सूत्रों के मुताबिक ईडी द्वारा अजय मिश्रा और उसके करीबियों के नाम खरीदी गई चल-अचल संपत्ति का पूरा ब्योरा खंगाला जा रहा है। अब तक जुटाई गई जानकारी को ईडी द्वारा संबंधित जिला प्रशासन और राजस्व विभाग के साथ भी साझा किया जा रहा है, ताकि अभिलेखों से इनका पूरा मिलान किया जा सके और जरूरत पड़ने पर अजय मिश्रा के खिलाफ ठोस कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। 

बता दें कि अजय मिश्रा पर पुलिस द्वारा संगठित होकर अपराध करने, गैंग बनाने का केस पहले ही दर्ज किया जा चुका है। अजय मिश्रा के अलावा उनके बेटे विष्णु मिश्रा, भतीजे ब्लाक प्रमुख मनीष मिश्रा, करीबी गिरधारी प्रसाद पाठक, विकास मिश्रा, हनुमान सेवक पांडे,सतीश मिश्रा और सुरेश केसरवानी पर गोपीगंज कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट तहत कार्रवाई की गई है। इन सभी के खिलाफ अंतर्जनपदीय गैंग (डी-12) का मामला पंजीकृत किया गया है।










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