

कासगंज जिले में 10 अप्रैल को एक सनसनीखेज घटना हुई थी। जहां पर एक किशोरी के साथ आठ लोगों ने गैंगरेप किया। इस मामले में अब बड़ा एक्शन लिया गया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की खास रिपोर्ट
कासगंज: प्रदेश के कासगंज शहर में 10 अप्रैल को मंगेतर संग हजारा नहर के समीप पेड़ की छांव में बैठी किशोरी के साथ 8 लोगों ने सामूहिक गैंगरेप किया।
डाइनामाइट न्यूज के संवाददाता के अनुसार, पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आठों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस दिल दहलाने वाली घटना से महिलाएं असुरक्षित समझ रही हैं।
सदर कोतवाली क्षेत्र में झाल के पुल पर 10 अप्रैल को आठ आरोपियों ने मंगेतर के सामने नग्नावस्था में अश्लील वीडियो बनाया। उनमें से तीन युवकों ने सामूहिक गैंगरेप किया। जबकि अन्य युवकों ने मंगेतर और किशोरी को अलग अलग झाड़ियों में ले जाकर मारपीट और बंधक बनाकर पैसे और सोने की बाली लूट ली।
इन लोगों ने दिया था वारदात को अंजाम
महिला हेल्प की शिकायत पर हरकत में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अखिलेश प्रताप सिंह उर्फ एपीएस निवासी गढ़ी अड्डा दुर्गा कॉलोनी, अमित कुमार नगला मिर्ज़ा तयैबपुर कोठी सोनू उर्फ सत्यपाल निवासी हिम्मतपुर सई, अजय कुमार, रिंकू निवासी नगला बीच थाना ढोलना, सौरभ निवासी कोठरा, बृजेश नगला थान कासगंज, सोनू निवासी हिम्मतपुर को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। जहां न्यायालय ने न्यायिक अभिरक्षा में आठों आरोपियों को जेल भेज दिया है।
पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े
इस घटना में अखिलेश प्रताप उर्फ एपीस के खिलाफ लोकसभा की पूर्व विधायक अनीता राजपूत पर लोकसभा चुनाव के दौरान फायरिंग और नदरई गांव में एक युवती के साथ बलात्कार ब हजारा नहर पुल पर लूट की घटना में कार्रवाई न होने के कारण हौसले बुलंद हो गए थे। क्योंकि कासगंज शहर के जनता द्वारा चुने गए भाजपा के स्थानीय नेता के संरक्षण में अपराधी प्रवृत्ति को अंजाम दे रहे थे। जिसके चलते कासगंज पुलिस कार्रवाई करने से डरती थी।