पीएम मोदी ने म्यांमार में उठाया रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा, जताई चिंता

म्यांमार दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साझा प्रेसवार्ता में रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा भी उठाया। म्यांमार के साथ साक्षा बयान में पीएम मोदी ने कहा कि पड़ोसी होने के नाते शांति के लिए भारत हर संभव मदद करेगा।

Updated : 6 September 2017, 11:33 AM IST
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म्यांमार: म्यांमार दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू से मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच प्रेस वार्ता हुई। इस प्रेस वार्ता के दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौते हुए।

हाथ मिलाते पीएम मोदी और आंग सान सू की

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पीएम मोदी ने साझा प्रेसवार्ता में रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा भी उठाया। रोहिंग्या मुस्लिम म्यांमार के रहने वाले हैं। लेकिन म्यांमार रोहिंग्या लोगों को अपने देश का नागरिक नहीं मानता। म्यांमार में रोहिंग्याओं के खिलाफ बड़े पैमाने पर हिंसा भी हुई थी। इसके चलते ये बांग्लादेश और भारत में गैर कानूनी तरीके से प्रवासी बनकर आ गए। म्यांमार के साथ साक्षा बयान में मोदी ने कहा कि पड़ोसी होने के नाते शांति के लिए भारत हर संभव मदद करेगा।

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पीएम मोदी और आंग सान सू की

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इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि म्‍यांमार आने बाद ऐसा लगा जैसे मैं घर में ही हूं। उन्‍होंने कहा कि म्‍यांमार भारत का अहम दोस्‍त है। म्‍यांमार की चुनौतियों और चिंताओं में भारत बराबर का भागीदार है। बता दें कि इससे पहले पीएम नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को म्यांमार के राष्ट्रपति से मुलाकात को 'शानदार' बताया, जिस दौरान उन्होंने दोनों पड़ोसी देशों के बीच 'ऐतिहासिक संबंधों' को और मजबूत करने के कदमों पर चर्चा की।

Published : 
  • 6 September 2017, 11:33 AM IST

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