पवार प्रधानमंत्री नहीं, NCP सुप्रीमो की अदाणी से मुलाकात पर राहुल ने क्यों कही यह बात

डीएन ब्यूरो

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उद्योगपति गौतम अडाणी से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार की मुलाकातों को लेकर बुधवार को कहा कि पवार देश के प्रधानमंत्री नहीं हैं और अडाणी का बचाव भी नहीं कर रहे हैं, इसलिए वह राकांपा नेता से सवाल नहीं करते। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

कांग्रेस नेता राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी


नयी दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उद्योगपति गौतम अडाणी से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार की मुलाकातों को लेकर बुधवार को कहा कि पवार देश के प्रधानमंत्री नहीं हैं और अडाणी का बचाव भी नहीं कर रहे हैं, इसलिए वह राकांपा नेता से सवाल नहीं करते।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में यह दावा भी किया कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अडाणी का बचाव कर रहे हैं, इसलिए वह उनसे सवाल पूछते हैं।

राहुल गांधी ने ब्रिटिश समाचार पत्र ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ में प्रकाशित अडाणी समूह से संबंधित एक खबर का हवाला देकर इस कारोबारी समूह पर कोयले के आयात में ज्यादा कीमत दिखाकर 12000 करोड़ रुपये की ‘चोरी करने’ का आरोप लगाया।

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से सवाल भी किया कि अडाणी समूह के खिलाफ लगे आरोप जांच क्यों नहीं हो रही है?

इसी संदर्भ में कांग्रेस नेता से सवाल किया गया कि क्या उन्होंने राकांपा अध्यक्ष से यह पूछा कि अडाणी में ऐसा क्या है कि वह उनसे बार-बार मिलते हैं?

इसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा, ‘‘नहीं मैंने उनसे (पवार) यह सवाल नहीं पूछा है। शरद पवार जी भारत के प्रधानमंत्री नहीं हैं, शरद पवार जी अडाणी की रक्षा (बचाव) नहीं कर रहे हैं, मोदी जी कर रहे हैं और इसीलिए मैं यह सवाल मोदी जी से पूछता हूं, न कि शरद पवार जी से।’’

उनका कहना था, ‘‘ यदि शरद पवार जी भारत के प्रधानमंत्री होते और यदि वह अडाणी की रक्षा (बचाव) कर रहे होते, तो मैं शरद पवार जी से भी प्रश्न पूछ रहा होता।’’

अमेरिकी कंपनी ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ द्वारा अडाणी समूह के खिलाफ ‘अनियमितताओं’ और स्टॉक मूल्य में हेरफेर का आरोप लगाए जाने के बाद से कांग्रेस इस कारोबारी समूह पर निरंतर हमलावर है और आरोपों की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराए जाने की मांग कर रही है।

दूसरी तरफ, कांग्रेस के सहयोगी दल के प्रमुख पवार अतीत में कुछ मौकों पर अडाणी से मिले थे और इस पूरे विवाद के शुरू में अडाणी का बचाव भी किया था।










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