Bihar: जंजीरों में रात-दिन अपने बच्चों को बांधने पर मजबूर हुए माता-पिता, लगा रहे मदद की गुहार

बिहार के रोहतास में एक ऐसा परिवार रहता है, जहां चार बच्चों को जंजीरों से बांध कर रखा जाता है। बच्चों की ये हालत देख माता-पिता के आंसू थमने का नाम नहीं लेते हैं, लेकिन आखिर ऐसी क्या मजबूरी है जो चाह कर भी माता-पिता अपने बच्चों को इन जंजीरो से नहीं छुड़ा पा रहे हैं। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर..

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 20 August 2019, 4:57 PM IST
google-preferred

बिहार: रोहतास में एक दंपत्ती के कुल आठ बच्चे हैं, जिसमें से चार बच्चों को मजबूरी में जंजीरों से बांध कर रखा जाता है। इन्हें किसी तरह की कोई सरकारी मदद भी अभी तक नहीं मिली है, जिससे परिवार की परेशानी और ज्यादा बढ़ती जा रही है। 

यह भी पढ़ें: चार नामी आईएएस टॉपर्स देंगे नौजवानों को आईएएस की परीक्षा में सफल होने का मूलमंत्र

रोहतास जिले के डेहरी शहर का एक मोहल्ला बारह पत्थर है। जहां पर सरफुद्दीन अंसारी और परवीन बीबी के आठ बच्चों में से चार बच्चे मानसिक बिमारी से पीड़ित है, जिसकी वजह से उन्हें जंजीरों में बांध कर रखा जाता है। इस दंपती के बच्चे चार साल की उम्र के बाद ही मानसिक बीमारी के शिकार हो जाते हैं। पांचवें बच्चे में भी पहले के चार बच्चों जैसे ही लक्षण दिखाई दे रहे हैं। 

यह भी पढ़ें: ‘डाइनामाइट न्यूज़ यूपीएससी कॉन्क्लेव 2019’ आईएएस परीक्षा से जुड़ा सबसे बड़ा महाकुंभ

सरफुद्दीन ने बताया कि जब भी उन बच्चों को खुला रखा जाता है तो वो तुरंत भागने लगते हैं और शरारतें करने लगते हैं। सरफुद्दीन किसी तरह मजदूरी करके अपना परिवार चला रहे हैं। जिस वजह से उनके पास इन बच्चों के इलाज के लिए पैसे नहीं हैं। इसलिए उन्होनें थक-हार कर इन लोगों ने चारों को जंजीरों से बांध दिया है। उनका कहना है कि जन्म के सम सभी बच्चे स्वस्थ्य रहते हैं, लेकिन चार साल की उम्र आने तक इनकी मानसिक स्थिति खराब होने लगती है। 

सरकार से मदद मांगने के बाद भी उन्हें अभी तक कोई मदद नहीं मिली है। यहां तक कि दिव्यांगों को दिए जाने वाले पेंशन तक भी इन तक नहीं पहुंची है।