West Bengal: आंदोलन के पांचवें दिन कुर्मी समुदाय ने रेल पटरियों से धरना-प्रदर्शन वापस लिया
अनुसूचित जनजाति (एसटी) के दर्जे समेत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन के पांचवें दिन रविवार को कुर्मी समुदाय ने पश्चिम बंगाल के पुरूलिया जिले में दो स्थानों से रेल पटरियों से अपना धरना-प्रदर्शन वापस ले लिया।
कोलकाता: अनुसूचित जनजाति (एसटी) के दर्जे समेत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन के पांचवें दिन रविवार को कुर्मी समुदाय ने पश्चिम बंगाल के पुरूलिया जिले में दो स्थानों से रेल पटरियों से अपना धरना-प्रदर्शन वापस ले लिया। दक्षिण पूर्वी रेलवे ने यह जानकारी दी।
ट्रेन सेवाएं बहाल करने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं।
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दक्षिण पूर्वी रेलवे (एसईआर) ने एक बयान में कहा, ‘‘अदरा मंडल में कुस्तौर स्टेशन तथा खड़गपुर मंडल में खेमासुली स्टेशन पर धरना-प्रदर्शन वापस ले लिया गया है।’’
बयान में कहा गया, ‘‘रविवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे कोटशिला स्टेशन पर शुरू हुआ आंदोलन भी रात आठ बजे वापस ले लिया गया।’’
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दोनों रेलवे स्टेशन पर अवरोध से पांच अप्रैल से लेकर अब तक करीब 500 रेलगाड़ियों को रद्द करना पड़ा जिससे हजारों यात्रियों को काफी परेशानी हुई।
कुर्मी समुदाय के लोग अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने, सरना धर्म को मान्यता देने, कुरमाली भाषा को संविधान की आठवीं सूची में शामिल करने समेत कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।