Power Shortage: बिजली संकट से निपटने के लिए टाटा पावर-डीडीएल 2350 मेगावाट की पीक डिमांड की तैयारी में

टाटा पावर-डीडीएल के अधिकारियों के मुताबिक कंपनी लंबी अवधि और द्विपक्षीय शॉर्ट टर्म व्यवस्था के संयोजन के माध्यम से अनुमानित मांग को पूरा करेगी, जैसा कि आम तौर पर होता है

Updated : 3 May 2022, 11:07 AM IST
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नयी दिल्ली: मौजूदा बिजली संकट के बीच इससे निपटने और निर्बाध विद्युत आपूर्ति जारी रखने के परिप्रेक्ष्य में टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (डीडीएल) ने कहा है कि कंपनी की ओर से 2350 मेगावाट की पीक डिमांड की तैयारी की जा रही है, जो पिछले पीक डिमांड की तुलना में 12 फीसदी अधिक है।

टाटा पावर-डीडीएल के अधिकारियों के मुताबिक कंपनी लंबी अवधि और द्विपक्षीय शॉर्ट टर्म व्यवस्था के संयोजन के माध्यम से अनुमानित मांग को पूरा करेगी, जैसा कि आम तौर पर होता है, किसी भी अल्पकालिक असंतुलन को पावर एक्सचेंज लेनदेन के माध्यम से पूरा किया जाएगा।

कंपनी ने कहा कि टाटा पावर-डीडीएल उन बिजली उत्पादन संयंत्रों के कोयला स्टॉक पर कड़ी नजर रखे हुए है जिनके साथ कंपनी का दीर्घकालिक बिजली खरीद समझौता है।

निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने की व्यवस्था के बारे में पूछे जाने पर कंपनी ने कहा कि अतिरिक्त मांग को पूरा करने के लिए टाटा पावर डीडीएल ने हाल ही में मई के पहले सप्ताह से 31 जुलाई 2022 तक 150 मेगावाट की सीमा तक एक और करार किया है।

कंपनी के मुताबिक अत्यधिक गर्मी की स्थिति में बिजली की उच्च मांग और प्रचलित बिजली आपूर्ति की उपलब्धता के मद्देनजर दिल्ली विद्युत नियामक आयोग ने कई प्रावधानों में सक्रिय रूप से ढील दी है। दिल्ली में डिस्कॉम को बिना समय गंवाए उपलब्ध बिजली की खरीद के लिए कहा गया है, ताकि उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने में मदद मिल सके। (वार्ता)

Published : 
  • 3 May 2022, 11:07 AM IST

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