

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठनों से जुड़ाव के शक में इंदौर में हिरासत में लिए गए 40 वर्षीय व्यक्ति को लम्बी पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
इंदौर (मध्यप्रदेश): पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठनों से जुड़ाव के शक में इंदौर में हिरासत में लिए गए 40 वर्षीय व्यक्ति को लम्बी पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है क्योंकि उसके बारे में भारतीय जांच एजेंसियों को फिलहाल कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला है। पुलिस के एक आला अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया,'हमें मिली खुफिया सूचना के आधार पर शहर के चंदन नगर थाना क्षेत्र में रहने वाले 40 वर्षीय व्यक्ति से पूछताछ की गई और उसके बारे में जांच की गई। इसमें हमें उसके खिलाफ फिलहाल कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला है, इसलिए हमने उसे घर जाने दिया है।’’
उन्होंने बताया कि इस व्यक्ति से कहा गया है कि अगर वह आने वाले दिनों में विदेश यात्रा करता है, तो पुलिस को इसकी सूचना देगा।
पुलिस की खुफिया शाखा के उपायुक्त (डीसीपी) रजत सकलेचा ने बताया कि वर्ष 2005 से 2018 के बीच चीन और हांगकांग में रहे इस व्यक्ति से मुंबई पुलिस और राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की ओर से मिली इस सूचना पर पूछताछ की गई कि उस पर आईएसआई या आतंकी संगठनों से जुड़े होने का संदेह है।
सकलेचा ने बताया कि यह व्यक्ति चीन और हांगकांग में 2005 से 2018 तक रेस्तरां और मोबाइल बिक्री के क्षेत्रों में नौकरी कर चुका है।
डीसीपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान इस व्यक्ति ने अपने बचाव में कहा कि एक चीनी महिला से उसके तलाक को लेकर चीन में मुकदमा चल रहा है और महिला के वकील ने उसे फंसाने के लिए भारतीय खुफिया एजेंसियों को उसके खिलाफ गलत शिकायत की।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में इंदौर लौटने के बाद इस व्यक्ति ने चौथी शादी की थी। सकलेचा ने बताया कि मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इस शहर में यह व्यक्ति दवाओं, कपड़ों और तेल का कारोबार कर चुका है।
डीसीपी ने बताया,‘‘यह व्यक्ति महज पांचवीं पास है, लेकिन विदेश में रहने के कारण वह चीनी और अंग्रेजी भाषाएं सीख चुका है।'
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