सुरक्षा में सेंध: यूपी पुलिस ने उजागर किया खतरे का सबसे बड़ा नेटवर्क, जानिये..हैरान करने वाला मामला

डीएन ब्यूरो

पुलिस ने राष्ट्र समेत हर व्यक्ति की सुरक्षा के लिये खतरनाक एक ऐसे मामले का पर्दाफाश किया है, जो अमूमन कम देखने-सुनने में आता है। जानिये, क्या है पूरा मामला..

सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर


मेरठ: स्थानीय पुलिस ने पूरे राष्ट्र समेत आम व्यक्ति की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले एक ऐसे नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है, जिसकी कल्पना करना भी मुश्किल है। पुलिस ने भी माना है कि खतरे का यह नेटवर्क गंभीर चिंता का विषय है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। 

मेरठ पुलिस के साइबर सेल ने शुक्रवार को एक ऐसे नेटवर्क का पता लगाया, जिसके जरिये एक ही IMEI (अंतर्राष्ट्रीय मोबाइल उपकरण पहचान) संख्या के साथ 13,000 से अधिक मोबाइल फोनों को सक्रिय पाया गया।

साइबर सेल की जांच में सामने आया है कि देश भर में 13 हजार से ज्यादा मोबाइल फोन एक ही IMEI पर चल रहे हैं। इस खबर से सुरक्षा से जुड़ी देश भर की तमाम एजेंसिया चौंकन्ना हो गई है। सुरक्षा से जुड़े इस सबसे बड़े मामले को लेकर मेरठ में पुलिस द्वारा केस दर्ज कर लिया गया है। जिसकी जांच की जा रही है।

मेरठ जोन के एडीजी राजीव सब्बरवाल का कहना है कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। यदि यह कोई तकनीकी गलती है तो उसकी भी जांच होगी या अन्य कोई और मामला होगा तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। जानकारी के मुताबिक जोन कार्यालय में तैनात विभाग के अधिकारी से ही सूचना मिली थी कि फोन रिपेयर कराने के दौरान उनके फोन की IMEI बदली गयी है।

इस मामले में चीन की वीवो कंपनी व उसके सर्विस सेंटर के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर मेरठ की मेडिकल थाना पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। आंतरिक सुरक्षा के लिहाज से कंपनी की यह भारी चूक मानी जा रही है। देश भर की जांच एजेंसियां इस मामले की तह तक जाने में जुट गयी है। 
एसपी मेरठ एएन सिंह ने शुक्रवारो को कहा कि यह सुरक्षा से जुड़ा गंभीर चिंता का विषय है। इस मामले में पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच चल रही है।
 










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