राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित कई नेताओं ने आंबेडकर जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की

डीएन ब्यूरो

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी सहित अनेक नेताओं ने शुक्रवार को बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर को उनकी 132वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

आंबेडकर जयंती (फ़ाइल)
आंबेडकर जयंती (फ़ाइल)


नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी सहित अनेक नेताओं ने शुक्रवार को बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर को उनकी 132वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

एक तरफ जहां कई नेताओं ने समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों के उत्थान के लिए आंबेडकर के प्रयासों को याद किया, तो दूसरी तरफ कई नेताओं ने मजबूत संस्थानों के निर्माण और एक समतावादी समाज बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘समाज के वंचित और शोषित वर्ग के सशक्तीकरण के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले पूज्य बाबासाहेब को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। जय भीम!’’

इस ट्वीट के साथ मोदी ने विभिन्न कार्यक्रमों में बाबा साहेब आंबेडकर पर दिए अपने भाषणों पर आधारित एक वीडियो भी साझा किया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी सहित अनेक नेताओं व सांसदों ने संसद भवन परिसर में बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संदेश में कहा, ‘‘ज्ञान और विलक्षणता के प्रतीक डॉ. आंबेडकर ने विपरीत परिस्थितियों में भी, एक शिक्षाविद्, विधि विशेषज्ञ, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक के रूप में महान योगदान दिया और राष्ट्र के कल्याण के लिए ज्ञान का प्रसार किया।’’

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि डॉ भीमराव आंबेडकर सामाजिक बदलाव के प्रणेता थे और उन्होंने समानता, स्वतंत्रता, न्याय और बंधुत्व के मूल्यों को बढ़ावा दिया।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के बीरभूम में आंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित की।

शाह ने ट्वीट कर कहा, ‘‘देश के अंतिम व्यक्ति तक न्याय व अधिकारों को सुनिश्चित करने वाले संविधान के शिल्पी बाबा साहेब आंबेडकर की जयंती पर उन्हें नमन। सभी सुख व सुविधाओं को त्याग उन्होंने वंचितों के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित किया। उनके आदर्श व विचार निरंतर हमारा पथ प्रदर्शित करते रहेंगे।’’

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वह डॉ आंबेडकर की जयंती पर उन्हें ‘‘सम्मानपूर्वक याद और नमन करते हैं।’’

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने संविधान निर्माता की जयंती के अवसर पर शुक्रवार को हैदराबाद में बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की 125 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया।

प्रतिमा को 146.50 करोड़ रुपये की लागत से 360 टन शुद्ध इस्पात और 114 टन कांस्य का उपयोग करके बनाया गया है।

समाज सुधारक, अर्थशास्त्री और न्यायविद आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को महू शहर में हुआ। मध्य प्रदेश स्थित महू का नाम उनकी स्मृति में डॉ. अम्बेडकर नगर रखा गया है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समाज के सभी वर्गों के विकास और समृद्धि के लिए काम कर के संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के सपने को पूरा करने के लिए प्रयासरत हैं।

हालांकि, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आंबेडकर जयंती के मौके पर कहा कि विपक्षी दलों, सामाजिक संगठनों और नागरिकों को ‘जबरन चुप कराने’ और ‘देशद्रोही घोषित करने’ का चलन खतरनाक है जिससे लोकतंत्र नष्ट हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आंबेडकर ने भारतीय राजनीति के संदर्भ में 'नायक पूजा' या 'भक्ति' को लेकर आगाह किया था।

उन्होंने कहा, ‘‘बाबासाहेब ने हमें भारतीय राजनीति के संदर्भ में 'नायक-पूजा' या 'भक्ति' की बुराइयों के बारे में चतावनी दी थी...यह गंभीर आत्मनिरीक्षण का समय है, क्या हम अपने लोकतंत्र के पतन की अनुमति देंगे और तानाशाही के लिए मार्ग प्रशस्त करेंगे? या हमारे संविधान निर्माताओं के बेहतरीन आदर्शों की रक्षा करने का प्रयास करेंगे?’’

कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लोगों का आह्वान किया कि वे ‘सुनियोजित ढंग से हो रहे हमले’ से संविधान को बचाने के लिए कदम बढ़ाएं।

आंबेडकर जयंती पर समाचार पत्र ‘द टेलीग्राफ’ में लिखे एक लेख में सोनिया गांधी ने कहा, ‘‘आज हम बाबासाहेब की विरासत का सम्मान करते हैं। इसके साथ ही हमें उनकी उस चेतावनी को भी याद रखना होगा कि संविधान की सफलता उन लोगों के व्यवहार पर निर्भर करती है जिन्हें शासन करने का उत्तरदायित्व मिला है।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर संविधान को नष्ट कर रही है तथा न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुत्व की बुनियादों को कमजोर कर रही है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी आंबेडकर को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

राहुल गांधी ने ट्विटर पर आंबेडकर के कुछ कथनों का एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि वह भारतीय संविधान के निर्माता को नमन करते हैं।

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने आंबेडकर की जयंती पर लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

बसपा प्रमुख ने कहा कि आंबेडकर का जीवन संघर्ष करोड़ों गरीबों, मजदूरों, वंचितों व अन्य मेहनतकशों के लिए आज भी उम्मीद की किरण बना हुआ है।

उन्‍होंने कहा, ‘‘आंबेडकर से प्रेरणा लेकर उनके आत्म-सम्मान व स्वाभिमान के रुके कारवां को आगे बढ़ाने तथा जाति के आधार पर तोड़े गए लोगों को जोड़ने के लिए आज ही के दिन 14 अप्रैल 1984 को देश में बहुजन समाज पार्टी की स्थापना की गई थी, जो खासकर उत्तर प्रदेश में सामाजिक परिवर्तन व आर्थिक मुक्ति की मिसाल बनी।’’

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बच्चों को अच्छी शिक्षा देने से गरीबी दूर करने में मदद मिल सकती है।

केजरीवाल ने डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर यहां सिविक सेंटर में आयोजित एक समारोह में कहा कि आंबेडकर शिक्षा के मूल्य और समाज को गरीबी से ऊपर उठाने तथा लोगों के बीच समानता लाने में इसकी भूमिका को जानते थे।

हरियाणा के सोनीपत में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने डॉ भीम राव आंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि कुछ ताकतें आंबेडकर के बनाए संविधान को कमजोर करना चाहती हैं, अगर देश को मजबूत रखना है तो संविधान को भी मजबूत रखना होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘संविधान ने जो अधिकार दिये हैं उसको कमजोर होने नहीं देंगे।’’

देश में कई अन्य मुख्यमंत्रियों और राज्यपालों ने भी भारत को एक विकसित समाज बनाने के आंबेडकर के प्रयासों को याद किया।










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