

दिल्ली शराब नीति मामले में पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने जेल से रिहा होने के बाद अपनी राजनीतिक यात्रा शुरु कर दी है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने 17 महीनों के बाद जेल (Jail) से (Bail) पर छूटने के बाद मीडिया के सामने कई बड़े खुलासे (revelations) किये हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार 17 माह जेल में रहने के बाद बाहर आते ही वह आगामी विधान सभा चुनाव (assembly elections) की तैयारियों में जुट गए हैं। चुनाव से पहले उनके जेल से बाहर आने पर पार्टी (Party) को भी खासी राहत मिली है।
जानकारी के अनुसार जेल से छूटने के बाद दिल्ली सरकार (Delhi Government) के कामकाज, पार्टी की आगामी योजनाओं और विधान सभा चुनाव की तैयारियों को लेकर मनीष सिसोदिया ने कई अहम राज खोले हैं।
विषम परिस्थितियों के बाद भी डटी रही पार्टी
सिसोदिया ने कहा कि मुझे इस बात पर बहुत गर्व है कि इतनी विषम परिस्थितियों के बाद भी हमारी पार्टी, हमारे नेता और हमारे कायकर्ता नहीं टूटे। हर संकट का सामना करते हुए सब लोग पूरी मजबूती से डटे रहे। आजादी के बाद के भारतीय राजनीति के इतिहास में कोई भी राजनीतिक पार्टी इतने मुश्किल समय से नहीं गुजरी होगी कि केंद्र में बैठी सरकार ने उसे कुचलने के लिए हर षड्यंत्र करके देख लिया, लेकिन उसके बावजूद पार्टी इतनी हिम्मत के साथ डटी रही। भाजपा ने हमे तोड़ने की पूरी कोशिश की लेकिन नहीं तोड़ पायी इससे जनता में आम आदमी पार्टी की छवि और बेहतर हुई।
जनता देगी माकूल जवाब
उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता( Public) देख रही है कि सरकार ने अस्पताल बनवाए, मोहल्ला क्लीनिक बनाए, स्कूल बनवाए हैं, दूसरे काम कराए हैं। सभी में ये भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हैं, लेकिन निकलता कुछ नहीं है। ये केवल काम रुकवाते हैं, काम नहीं होते देते। इससे नुकसान जनता का होता है। जनता के काम नहीं होने देंगे तो जनता यह सब देख रही है, जनता ही इन्हें जवाब देगी। इनका खेल केवल हमारी जमानत न होने देने तक ही है, फिर उन्हें कुछ नहीं दिखेगा।
भाजपा ने लगाया एड़ी चोटी का जोर
उन्होंने कहा कि भाजपा(BJP) ने दिल्ली को लेकर सबसे असंवैधानिक काम किया है। संविधान कहता है कि दिल्ली में सरकार चुनी जाए, चुनी हुई सरकार काम करे। वह अफसर लगाए और उनसे काम कराए, लेकिन इन्होंने कानून लागू कर दिया है कि एलजी अधिकारियों को लगाएंगे, वही इनकी नियुक्ति करेंगे और तबादला करेंगे। इन्होंने लोकतंत्र की हत्या की है। लोकतंत्र की हत्या होगी तो उसके छींटे तो लोगों पर पड़ेंगे ही। लोकतंत्र की हत्या हुई तो हमारे मंत्री और अफसर परेशान हुए।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि वे जनता की सेवा करते रहेंगे। मैं वही करने की कोशिश कर रहा हूं। हमारे सामने दिल्ली विधानसभा चुनाव हैं। इसे देखते हुए 14 अगस्त से मैं एक बार फिर से जनता से जुड़ने के अभियान पर निकल रहा हूं। पार्टी या संगठन में मेरी भूमिका क्या होगी, यह पार्टी निर्धारित करेगी।
हमें और हमारे नेताओं को जेल में डालकर हमारा काम आसान कर दिया है। जनता देख रही है कि केवल सत्ता हासिल करने के लिए एक आगे बढ़ती हुई पार्टी को रोकने के लिए किस-किस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। भाजपा को अपनी मनमानी का दंड जनता की अदालत में भुगतना पड़ेगा। जहां तक दिल्ली में सरकार के कामकाज की बात है, आप देख सकते हैं कि पूरी सरकार लगातार काम कर रही है।