महराजगंज: साहस और इंसानियत की कहानी का दुखद अंत, दो बच्चों को जीवन देकर कुर्बान की जान

डीएन ब्यूरो

इंसानियत और साहस से भरी एक प्रेरक कहानी के दुखद अंत से पूरे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है। मौत के मुंह में समाये बच्चों को जीवन देकर एक व्यक्ति ने खुद की जान की बाजी लगा डाली और हमेशा के लिये काल का ग्रास बन गया। चारों तरफ इस मार्मिक कहानी की चर्चा है। डाइनामाइट न्यूज की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..



महराजगंज: निचलौल थाना क्षेत्र के अहिरौली गांव में इंसानियत और साहस से भरी एक प्रेरक कहानी के दुखद अंत से पूरे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है। एक युवक ने यहां दो बच्चों की जान बचाकर अपने ही जीवन को कुर्बान कर दिया। पूरे क्षेत्र में इस मार्मिक कहानी के चर्चे है और हर कोई ऊपर वाले की अजीबो-गरीब लीला से हतप्रभ और हैरान है।

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घटना रविवार सुबह बाद की है। अहिरौली गांव के पास से निकलने वाली छोटी गंडक नदी में बहुत सारे बच्चे नहा रहे थे। उसी वक्त अचानक दो बच्चे गहरे पानी में डूबने लगे। बच्चों को डूबता देख वहां चीख-पुकार मचने लगी। इसी दौरान वहां से गुजर रहे जंगली चौहान नाम के व्यक्ति की नजर डूबते बच्चों पर पड़ी। जंगली चौहान ने बिना वक्त गवाएं बच्चों को बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी। उन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद डूब रहे दोनों बच्चों को बचा लिया लेकिन खुद नहीं बच सके।

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जंगली चौहान गहरे पानी में बच्चों को बचाने के लिये कई देर तक जूझते रहे, जिस कारण उनके फेफड़ों में भी पानी भर गया और वे भी डूबने लगे। थके-हारे जंगली चौहान जीवन की जंग हार गये। वहां मौजूद बच्चे यह सब देखकर हैरान रहे गये। गांव वालों ने जंगली चौहान को निकाला लेकिन वे तब तक मौत का वरण कर चुके थे। 

ग्राम प्रधान ने बताया कि रविवार सुबह के समय एक साथ कई बच्चे नदी में नहा रहे थे, अचानक उनमें से राज चौहान (10), शेषमणि (9) डूबने लगे। उनको देख वहां से गुजर रहे जंगली चौहान ने नदी में छलांग लगा दी और उन डूब रहे बच्चों को बचा लिया लेकिन अपनी जान गवां बैठे। इस घटना के बाद से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। हर जुबान पर जंगली चौहान की कहानी है। 










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