महराजगंज: 'युवा हल्ला बोल' की टीम ने घुघुली रेलवे स्टेशन पर मनायी गांधी जयंती, जानिये इसकी ये खास वजह, उठी गांधी प्रतिमा लगाने की मांग

डीएन संवाददाता

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जंयती पर 'युवा हल्ला बोल' टीम के सदस्य आज घुघुली रेलवे स्टेशन पहुंचे और वहां गांधी प्रतिमा लगाने की जोरदार मांग उठायी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

घुघुली रेलवे स्टेशन पर युवा हल्ला बोल की टीम
घुघुली रेलवे स्टेशन पर युवा हल्ला बोल की टीम


महराजगंज: राष्ट्रपति महात्मा गांधी की जयंती पर 'युवा हल्ला बोल' की टीम के सदस्य आज  घुघुली रेलवे स्टेशन पहुंचे। 'युवा हल्ला बोल' संगठन ने घुघुली रेलवे स्टेशन पर गांधी प्रतिमा लगाने की जोरदार मांग उठायी। संगठन ने इश बात पर गहरा दुख जताया कि महराजगंज से महात्मा गांधी का पुराना नाता रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी नीति निर्धारकों ने गांधी को यहां भुला दिया है। संगठन ने स्थानीय प्रशासन से यहां जल्द से जल्द गांधी प्रतिमा स्थापित करने की मांग की है। 

युवा हल्ला बोल महाराजगंज की टीम ने घुघली रेलवे स्टेशन पर आज गांधी जयंती को मनाया। इश मौके पर टीम ने गांधी जी की एक बड़ी फोटो भी स्टेशन परिसर में लगायी जिसके नीचे "गांधी जी सिर्फ व्यक्ति नहीं. एक विचार हैं, जिसको हम आगे ले जाएंगे" लिखा गया था। इसके साथ ही एक अन्य फोटो लगायी गई, जिसमें लिखा हुआ है कि "4 अक्टूबर 1929 को महात्मा गांधी घुघुली रेलवे स्टेशन पर आए थे।"

इसके बाद टीम उस स्थान पर भी गई जहां 1929 में गांधी जी ने सभा किया था। उस समय वो सभा एक बरगद के पेड़ के नीचे हुई थी। बताया जाता है की गांधी जी उसी पेड़ पर चढ़ कर लोगों को संबोधित किए थे।

इस अवसर पर युवा हल्ला बोल के राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष और जिले के निवासी गोविन्द मिश्रा भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि महराजगंज से महात्मा गांधी का बहुत ही पुराना नाता है। गांधी जी अपने सविनय अवज्ञा आंदोलन से पहले 4 अक्टूबर 1929 को महराजगंज जिले के घुघुली रेलवे स्टेशन पर पहुंचे थे। लेकिन सरकार और प्रशासन की उदासीनता के वजह से आज स्टेशन पर गांधीजी की एक प्रतिमा भी नहीं है। हम शासन से मांग करते हैं कि अगले 1 साल में यहां गांधी जी की एक प्रतिमा स्थापित की जाए यदि प्रशासन यह करने में असमर्थ रहता है तो युवा हल्ला बोल यहां पर गांधी जी की एक मूर्ति की स्थापना करेगा।

गोविन्द मिश्रा ने कहा कि "गांधी जी से हमें सीखना चाहिए कि कैसे अपने विचारों को लेकर प्रतिबद्ध रहें। गांधी जी ने पूरे दुनिया को आंदोलन करना सिखाया। आंदोलन का मतलब ही गांधी है। गांधी जी का सत्याग्रह सबसे बड़ा माध्यम है अन्याय के खिलाफ लड़ने का।"

युवा हल्ला बोल के जिला अध्यक्ष अशफाक खान ने कहा कि गांधीजी की स्मृतियों को एकत्रित कर उसको जिले भर के युवाओं तक ले जाने की जिम्मेदारी हमने उठाइए हमारा मानना है कि दुनिया की सबसे बड़ी फौज से लड़ने के लिए सबसे बड़ा हथियार सत्य और अहिंसा गांधी जी ने हमें दिया है। शांतिपूर्ण तरीके से अपने अधिकारों की लड़ाई का जो तरीका गांधी जी ने दीया उसे हम आज भी अपने हक की लड़ाई के लिए प्रयोग करते हैं। गांधी सिर्फ व्यक्ति नहीं वह एक विचार हैं जिसको हम आगे ले जाएंगे।

इस अवसर पर घुघुली के उस परिवार के सदस्य भी मौजूद रहे जिसके घर पर 1929 में महात्मा गांधी रुके थे। उस समय के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी छत्रधारी लाल ने गांधी जी को अपने घर पर रहने की जगह दी थी। 










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