महराजगंज: फरेंदा के अवैध ग्लोबल हॉस्पिटल में इलाज के दौरान महिला की मौत, डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही का आरोप, हंगामे के बाद अस्पताल सील

डीएन ब्यूरो

महराजगंज जिले की फरेंदा थाना क्षेत्र के अंतर्गत फरेंदा-धानी मार्ग पर स्थित सिधवारी में ग्लोबल हॉस्पिटल में एक महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। डॉक्टरों पर इलाज में गंभीर लापरवाही का आरोप है। परिजनों के हंगामे के बाद अस्पताल को सील कर दिया गया। पढ़िये डाइनामइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट



महराजगंज: जिले की फरेंदा थाना क्षेत्र के अंतर्गत फरेंदा-धानी मार्ग पर स्थित सिधवारी में ग्लोबल हॉस्पिटल में एक महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। महिला के परिजनों ने अस्पताल समेत डॉक्टरों पर इलाज में गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। मृतक के गुस्साये परिजनों द्वारा अस्पताल में हंगामा किया गया, जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची। जांच में अस्पताल के पास संचालन के लिये जरूरी कागजात नहीं मिले, जिसके बाद अस्पताल को सील कर दिया गया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक सिधवारी निवासी महिला बासमती देवी उम्र 58 वर्ष इलाज कराने ग्लोबल हॉस्पिटल पर आई थी, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अस्पताल पर गंभीर लापरवाही की आरोप लगाया गया है। परिजनों द्वारा हंगामे की सूचना के बाद एसडीएम फरेंदा दिनेश कुमार मिश्र घटना स्थल पर पहुंचे। साथ ही पुलिस भी मौके पर पहुंची। उस समय तो जैसे-तैसे मामले को शांत कराया गया। लेकिन बाद में जब अस्पताल की जांच की गई तो उसके पास जरूरी दस्तावेज नहीं मिले। जिसके बाद प्रशासन ने अस्पताल को सील कर दिया।

डाइनामाइट न्यूज़ से बीतचीत में मृतक महिला के बेटे जय प्रकाश मौर्य ने कहा कि उन्होंने अपनी माता जी को सुबह अस्पताल में भर्ती किया। देखरेख करने वाले डॉक्टरों ने बताया कि सब कुछ ठीक है। लेकिन बाद में अस्पताल ने दो मिनट में ही मरीज को लेकर वहां से जाने के लिये कहा। उन्होंने एंबुलेंस आने तक का भी इंतजार नहीं किया और मरीज को बाहर निकाल दिया गया। हमें कुछ भी नहीं बताया गया। अस्पताल वाले हमें वहां से भगाने पर आतुर थे। 

इस मामले को लेकर डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में डॉक्टर आर. पी. सिंह ने कहा कि मरीज ह्दय संबंधी दिक्कतों से जूझ रहा था। उसकी प्लस रेट बेहद गिरी हुई थी। उसमें कॉर्डिक अरेस्ट के लक्षण थे। मैंने मरीज को मेडिकल कॉलेज गोरखपुर ले जाने को कहा। जैसे ही उसे ले जाने लगे, उसकी मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल और डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है।










संबंधित समाचार