

महराजगंज जिले के फरेंदा रोड पर पसरी गंदगी प्रशासन के दावों की खुलेआम पोल खोल रही है। इस रोड पर एक भी मुत्रालय व शौचालय नहीं है। इससे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है और सड़क गंदगी से पट रही है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी ख़बर
महराजगंजः स्वच्छ भारत मिशन सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। इस अभियान के तहत जिला प्रशासन ने शहर समेत कई गांवों को ओडीएफ घोषित किया है। लेकिन नगर पालिका परिषद महराजगंज की मुख्य सड़क किनारे पसरी गंदगी प्रशासन के ओडीएफ के दावों की खुलेआम पोल खोल रही है। यह बात अलग है कि फरेंदा रोड के खूबसूरत नजारे दूर से यहां जगह-जगह फैली गंदगी को छुपाते नजर आ रहे हैं।
पड़ताल में खुली हकीकत की पोल
डाइनामाइट न्यूज टीम ने शुक्रवार को महराजगंज शहर में फरेंदा रोड पर जन सुविधाओं की पड़ताल की। भले दूर से यहां के नजारे लोक लुभावन दिखते हैं लेकिन यहां चारों ओर की स्थिति गांव से भी बदतर नजर आई। तहसील चौराहा से मुख्यालय तक फरेंदा रोड पर न तो मुत्रालय हैं और न ही सुलभ शौचालय। सिंचाई विभाग गेट पर बने सार्वजनिक शौचालय को भी तोड़ दिया गया है। एसबीआई बैंक के सामने मु़त्रालय को भी हटा दिया गया है।
फरेंदा रोड पर होती है काफी भीड़
फरेंदा रोड पर सिंचाई विभाग, ब्लॉक, दर्जनों बैंक सहित सैकड़ों दुकान खुली है। यहां लोगों की भारी भीड़ लगती है। हर किसी को नित्यक्रिया की जरूरत पड़ सकती है। लेकिन नगर पालिका प्रशासन ने इस जरूरी सुविधाओं पर ध्यान नही दिया। इस रोड पर शौचालय की कोई सुविधा नही है। लोगों का आरोप है कि शहर में रहने के बार भी शहरी सुविधाओं का तनिक भी एहसास नही है।
शहर तो बढ़ा, पर सुविधाओं की हुई कटौती
महराजगंज शहर की आबादी बढ़ी। दुकान बढ़े और मकान भी। लेकिन नागरिक सुविधाओं की कटौती कर दी गई है। जरूरी सुविधाओं के मामले में नगर पालिका प्रशासन गंभीर नहीं है। जबकि स्वच्छ भारत मिशन अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार ने करोड़ो रूपये पानी की तरह बहा रही है। पर महराजगंज शहर में योजना की हवा निकल गई है।
No related posts found.