महराजगंज: सिसवा CHC में तैनात दांत रोग विशेषज्ञ डॉ0 अनिल तिवारी के संदिग्ध परिस्थितियों में मौत मामले में नया मोड़, अपने ही निकले कातिल, ससुर और साले पर दर्ज हुआ हत्या का मुकदमा
सिसवा सीएचसी में तैनात डॉक्टर के संदिग्ध परिस्थितियों में मौत मामले में ससुर और साले पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो गया है। जानिए डाइनामाइट न्यूज पर पूरी अपडेट
ठूठीबारी(महराजगंज) बीते गुरुवार की शाम में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिसवा में तैनात स्थानीय कस्बे के डॉक्टर अनिल तिवारी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में डॉक्टर के पुत्र कुशाग्र तिवारी की लिखित तहरीर के बाद कोतवाली पुलिस ने मृतक डॉक्टर के ससुर और साले पर हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन में जुट गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मृतक डॉक्टर के लड़के द्वारा पुलिस को दिए गए तहरीर के अनुसार अपने पुत्र कुशाग्र तिवारी के साथ पत्नी के मामले में दर्ज मुकदमे की तारीख देखने महराजगंज न्यायालय गए हुए थे।
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वापसी के दौरान गड़ौरा निवासी अपने साले मृत्युंजय मिश्रा और ससुर गिरीश मिश्रा ने रास्ते में डॉक्टर को रोक कर जमीनी विवाद में उनके ऊपर पूर्व में हुए 506, 504 के मुकदमे वापस लेने का दबाव बनाने के लिए दोनो को जान से मारने धमकी दिए।
जिसके बाद पिता पुत्र वापस अपने क्लिनिक आ गए। जिसके बाद डॉक्टर अपने आवास पर आराम करने चले गए। थोड़ी देर बाद बेटे कुशाग्र तिवारी जब वापस घर आया तो देखा की 5 से 6 लोग जिनमे उसके मामा मृत्युंजय मिश्रा और नाना गिरीश नाथ मिश्रा भी सम्मलित थे, उसे देख भाग निकले।
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जब बेटे ने घर का दरवाजा खोला तो देखा कि उसके पिता अनिल तिवारी का शव संदिग्ध तरीके से फंदे पर झूल रहा है। जिसके बाद उन्हें उतारकर तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र निचलौल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
इस बाबत कोतवाली प्रभारी कंचन राय बताया कि तहरीर के आधार पर दो लोगो के खिलाफ धारा 147, 506, 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।