

ई–रिक्सा एजेंसी संचालक को आरटीजीएस के द्वारा फर्जी भुगतान की रशीद दिखा कर शातिर ने तीन ई–रिक्सा और एक लोडर लेकर फरार हो गया। जानिए डाइनामाइट न्यूज पर पूरी खबर
महराजगंज: ई–रिक्शा एजेंसी संचालक को फर्जी RTGS दिखाकर शातिर तीन ई–रिक्शा व लोडर लेकर रफूचक्कर हो गया। RTGS के फर्जी होने का पता एजेंसी संचालक को तब लगा जब वह पैसा निकालने बैंक पहुंचा। खुद के साथ हुए धोखे की रिपोर्ट एजेंसी संचालक ने थाना कोठीभार में दर्ज कराई। जांच करते हुए पुलिस ने लाखों की धोखाधड़ी करने वाले शातिर को दबोच लिया।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक मुकेश जायसवाल पुत्र अनिल जायसवाल निवासी प्रेम चित्र मन्दिर रोड सिसवा बाजार ने पुलिस को बताया कि उसका प्रतिष्ठान Riband Elecpic PVT.LTD, जो कि जैनी छपरा सिसवा बाजार में संचालित है। जो ई-रिक्सा निर्माण/विक्रय करता है।
बीते 28 अगस्त को पटना (बिहार) निवासी आदर्श कुमार पुत्र चिंतामणि पाण्डेय जो बगहां के वार्ड नं. 31 रतनमाला बगहा वेस्ट चंपारण में कपिल देव मोटर्स के नाम से दुकान संचालित करता है। जिसने मुकेश से संपर्क कर मेरे ब्राडं रिबैंड ई-रिक्सा के बिक्री की इच्छा प्रकट की।
कुछ टेलीफोनिक बातचीत के पश्चात आदर्श कुमार पुत्र चिंतामणि पाण्डेय C-113 रजनीगंधा अपार्टमेंट, कुर्जी सदाकत आश्रम के पास, पटना, बिहार हमारे प्रतिष्ठान पर 28/08/24 दिन बुधवार को दिन में 3 बजे आया।
ई-रिक्सा पसंद करने के पश्चात इन्होंने पेमेंट के रूप में 45,88,3,90.00 रूपये का RTGS जिसका Ref id 424116612422 ऑनलाइन के माध्यम से किया। जिस पर विश्वास करके मुकेश ने उन्हें 3 ई-रिक्सा तथा 1 ई-लोडर e invoice करके सौंप दिया। दूसरे दिन बैंक से पता चला की यह RTGS स्लिप फर्जी तथा स्क्रीनशॉट कूट रचित है।
जब क्रेता के मोबाइल पर संपर्क करके बैंक की स्थिति से अवगत कराया गया तथा भुगतान की मांग की गई तो क्रेता भुगतान करने में आनाकानी करने लगा। मामले में थाना कोठीभार पर मु0अ0सं0 318/24 धारा 319(2)/318(4)/338/336(3)/340(2)/316 (2) बीएनएस पंजीकृत किया गया।
इस मामले में आरोपी आर्दश कुमार पुत्र चिन्तामणि पाण्डेय निवासी वार्ड नं0 31 रतनमाला थाना बगहा जिला पश्चिमी चम्पारन बिहार को उसके शोरूम रतनमाला बगहा पश्चिमी चम्पारन बिहार से ई-रिक्शा व ई लोडर बरामद करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया।