महराजगंज: भारत-नेपाल बार्डर के करीब सेमरहना में मंदिर की जमीन पर भूमाफियाओं की नजर, ग्रामीणों में आक्रोश

डीएन संवाददाता

भारत-नेपाल बार्डर से महज कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित बरगदवा थाने के सेमरहना गांव में मंदिर की जमीन पर भूमाफियाओं की नजरें अब टेढ़ी हो गई हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की ये रिपोर्ट



महराजगंज: बरगदवा थाने के सेमरहना गांव में मंदिर की जमीन पर भूमाफियाओं की नजर पड़ गई है। ऐसे में नौतनवा के तहसील प्रशासन से एक पक्षीय आदेश के सहारे भूमाफियाओं की नियत अब कब्जा करने की हो गई है।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक मामले की भनक जब ग्रामीणों को लगी तो ग्रामीण मंदिर पर पहुंचकर विरोध करने लगे। साथ ही मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाते हुये शिकायती-पत्र दिया। शिकायती पत्र में ग्रामीणों ने कहा है कि परशुराम पुत्र बांके ग्राम सेमरहना थाना बरगदवा तहसील नौतनवा जनपद महराजगंज के निवासी है। प्रार्थी आराजी स० 01 रकबा 0.486 है। जिस रकबे में मंदिर व बाग फुलवारी है उस पर माननीय न्यायालय सिविल जज अवर खण्ड फरेंदा महराजगंज से स्थगनआदेश हैं।

उक्त मंदिर की भूमि पर अतुलचन्द त्रिपाठी पुत्र स्व० रामसांवर प्रसाद त्रिपाठी ग्राम कोहरगड़ी व धीरज प्रताप सिंह पुत्र रामेश्वर सिंह ग्राम परसा मलिक व अरुण सिंह ग्राम तरैनी राम्तुल्लाह अंसारी पतयी अन्य सहयोगी मिलीभगत से कब्ज़ा करने का प्रयास कर रहे हैं व धमकी दे रहे हैं।

उक्त मंदिर की भूमि का माननीय न्यायालय फरेन्दा जनपद-महराजगंज से स्थगन आदेश प्राप्त हैं। अगर उक्त भूमि पर अतुलचन्द त्रिपाठी आदि के द्वारा स्थानीय प्रशासन को झांसे में लेकर आराजी स० 01 पर अवैद्ध रूप से कब्जा कराया जा रहा है तो कभी भी संज्ञेय अपराध की घटना घटित हो सकती है। 

इस संबंध में नौतनवा के उपजिलाधिकारी नंद कुमार मौर्य ने डाइनामाइट न्यूज से बातचीत के दौरान बताया कि दो भाइयों की जमीन का विवाद है और बेदखली का आदेश न्यायालय से हुआ है। उसका कम्प्लायन करना है। इस दौरान परशुराम, नरसिंह, वीरेंद्र, शिवनाथ, राधेश्याम, रामअवध, अमरनाथ, राजेश तिवारी समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।










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