महराजगंज: गन्ना पर्ची के लिए वसूली पर आक्रोशित किसानों का हंगामा, मौके पर पहुंची पुलिस
जिले के किसानों ने सिसवा बाजार के गन्ना यूनियन कार्यालय में जमकर हंगामा किया। गन्ना पर्ची में धांधली को लेकर किसानों ने धन उगाही का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरीके से कामकाज चल रहा है अगर यही रवैया रहा तो कल से चक्का जाम कर दिया जाएगा।
सिसवा (महराजगंज): जिले के सिसवा कस्बे में केन यूनियन के दफ्तर में किसानों ने गन्ना पर्ची मिलने में धांधली को लेकर जबरदस्त हंगामा किया। किसानों कहा कि कुछ लोगों को 36-36 पर्ची दे दिया गया है वहीं बाकियों को एक भी नहीं मिली है। यदि यूनियन का राह रवैया यही रहेगा तो कल से चक्का जाम किया जााएगा।
महराजगंज के सिसवा कस्बे में केन यूनियन कार्यालय में किसानों ने गन्ना पर्ची न मिलने और उसके लिए पैसे की मांग का आरोप लगाया। एक किसान ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि यहां पर एक पर्ची के 500 से 1000 रुपये तक वसूले जा रहे हैं।
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इस दौरान आक्रोशित किसानों ने कार्यालय में रखी फाइलों को भी उठाकर फेंक दिया। किसानों ने जमकर यूनियन मुर्दाबाद के नारे लगाए। वहीं किसानों का कहना है कि प्रशासन किसानों की सुध क्यों नहीं ले रहा है। यहां पर कर्मचारी एक दिन आते हैं और चुनिंदा एक-दो लोगों से मिलकर वापस चले जाते हैं। वह किसी दूसरे किसान की कोई समस्या सुनते ही नहीं हैं। बड़ा आंदोलन किया जाएगा। साथ ही उन लोगों का गन्ना धड़ाधड़ तौला जा रहा है जो अधिकारियों से सांठगांठ बनाए हुए है।
कर्मचारी कई-कई दिन तक ऑफिस में ताला मारकर गायब रहते हैं। फोन करने पर कॉल का भी कोई जवाब नहीं देते हैं। किसानों की समस्या उनके लिए कोई समस्या नहीं है।
हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस को किसानों को संभालने में समस्या हो रही है। किसानों के आक्रोश को देखकर पुलिस बल भी हैरान है। बाद में गन्ना किसानों को समझाने के लिए सिसवा के यूनियन कार्यालय पर पुलिस क्षेत्राधिकारी रणविजय सिंह पहुंचे। उन्होंने किसानों को समझाने का प्रयास किया और उन्हें शांत कराया।
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इसको लेकर अधिकारी कर्मचारियों से शिकायत की गई है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। अब आक्रोशित किसानों की मांग है कि सचिव और डीसीओ मौके पर आकर समस्याओं को सुने और उनका समाधान करें। अन्यथा कल से चक्का जाम करने के साथ सभी तौल केंद्रों को भी बंद कराया जाएगा। इस आक्रोश को बड़ा आंदोलन बनाया जाएगा। किसान अभी तक परिसर में जमे हुए हैं।