ओमप्रकाश राजभर को तुरंत बर्खास्त करने के लिए सीएम योगी ने की सिफारिश, राज्यपाल ने दी मंजूरी

डीएन ब्यूरो

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर को पद से बर्खास्त करने के लिए राज्यपाल राम नाईक से सिफारिश की है। राजभर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्‍यक्ष हैं। वह पिछड़ा वर्ग कल्‍याण एवं दिव्‍यांग सशक्‍तीकरण मंत्री थे।

ओम प्रकाश राजभर (फाइल फोटो)
ओम प्रकाश राजभर (फाइल फोटो)


लखनऊ: लोकसभा चुनाव खत्म होते ही अब भाजपा और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) का राजनीतिक रिश्‍ता आज पूरी तरह से ख़त्म हो जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल राम नाईक से सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को मंत्री पद से बर्खास्त करने की सिफारिश की है। राज्यपाल ने मंजूरी दे दी है।

इसके अलावा सुभासपा अध्‍‍‍‍‍यक्ष ओम प्रकाश राजभर के साथ-साथ उनके बेटे अरविंद राजभर की भी निगम के अध्यक्ष पद से छुट्टी कर दी है। ओमप्रकाश राजभर की पार्टी के अन्य 6 सदस्य जो विभिन्न निगमों और परिषदों में अध्यक्ष व सदस्य हैं सभी को तत्काल प्रभाव से हटाया गया है।

ओमप्रकाश राजभर के पास पिछड़ा वर्ग कल्याण और दिव्यांग जन कल्याण मंत्री थे। उल्‍लेखनीय है कि राजभर ने इससे पहले इस्‍तीफा देने की घोषणा की थी लेकिन उसको तब स्‍वीकार नहीं किया गया था। 

अपनी बर्खास्‍तगी पर प्रतिक्रिया देते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि वह मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के इस फैसले का स्‍वागत करते हैं। पिछड़ों के हक के लिए लड़ने की कीमत उन्‍होंने चुकाई है जिसका उन्‍हें कोई अफसोस नहीं है। भाजपा नेता भले ही पिछड़ों के लिए न बोलें लेकिन मुझे ऐसा करने से नहीं रोका जा सकता।

हक के लिए लड़ाई जारी रहेगी

हम अपने अधिकार के लिए निकले, लड़ाई जारी रहेगी। सरकार पर निशाना साधते हुए इसके साथ ही राजभर ने कहा कि सबका साथ-सबका विकास की बात करते हो तो सबको दो। हक के लिए लड़ना गुनाह है तो गुनाह बार-बार करूंगा।

भाजपा के हार की भविष्‍यवाणी

बीते रविवार को भाजपा के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए राजभर ने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव हारने जा रही है। पूर्वांचल में समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन को भारी जीत मिलेगी। गोरखपुर, गाजीपुर और बलिया सीट भाजपा हार रही है। हालांकि इस बार किसी भी दल को देश में पूरा बहुमत नहीं मिलेगा। 










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