महराजगंज: महाव नाले के जर्जर बांध को लेकर किसान भयभीत, अफसर और नेता बने लापरवाह, ग्रामीणोंं के सामने आया ये नया संकट

महराजगंज जिले के महाव नाला मरम्मत के अभाव में कई स्थानों पर बाढ़ का दबाव झेलने में असमर्थ रहेगा। इसकी चिंता ग्रामीणों को सता रही है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 18 May 2023, 6:05 PM IST
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नौतनवां (महराजगंज): ग्रामीणों को महाव नाले का जर्जर बंधा देख डर सताने लगा है। मरम्मत के अभाव में कई स्थानों पर यह तटबंध बाढ़ का दबाव नहीं झेल पाएगा।

धान की खेती की तैयारी कर रहे किसान महाव के जर्जर तटबंध को देख सहमे हुए हैं।यह तटबंध बारिश के मौसम में हर साल तबाही मचा देता है।नेपाल से निकलकर यह पहाड़ी नाला सीमावर्ती क्षेत्रों में खतरनाक माना गया है।बीते कई सालों से यह नाला बरगदवा और परसामलिक क्षेत्र के गांव के किसानों के लिए भारी परेशानी का कारण बना हुआ है।

स्थानीय निवासी किसानों ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया की जंगल में सफाई के अभाव में नाले का प्रवाह मार्ग संकरा हो गया है।इसलिए उसमे पानी का प्रवाह सही से नही हो पाता है।और इसी कारण से जंगल के बाहर रेत से बने तटबंध खतरनाक मोड़ की वजह से एक साथ कई स्थानों पर टूट जाते हैं।

तीन विभागों के खेल में करोड़ों रुपए बर्बाद
तीन विभागों के बीच महाव तटबंध फंसे होने के कारण हर साल सिंचाई विभाग,वन विभाग और ग्राम पंचायत के अधिकारी बांध टूटने पर एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ने लगते हैं।इसका खामियाजा नाले के समीप गावों के किसानों को भुगतना पड़ता है।तीनों विभागों के खेल में करोड़ों रुपए पानी में बह जाते हैं।

बताया जाता है की महाव में नेपाल से क्षमता से अधिक पानी आना भी बड़ी समस्या है।जिससे तटबंध टूटते हैं।

स्थानीय किसानों का कहना है हर साल फसल बर्बाद होती है और नाले के आसपास के कई गांव पानी में डूब जाते हैं।लेकिन इस समस्या का स्थाई समाधान नहीं हो पा रहा है।अफसर और नेता आश्वाशन की घुट्टी पिलाते रहते हैं।

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