महराजगंज: न्याय मिलने की टूटी आस, घर बेचकर गांव छोड़ने को मजबूर हुआ परिवार

डीएन ब्यूरो

न्याय की आस लगाये एक गरीब परिवार की जब सारी उम्मीदें टूट गयी तो वह अब घर बेचकर गांव छोड़ने को मजबूर हो गया है। जानिये, क्या है इस परिवार की कहानी..



महराजगंज: विवादित जमीन के मामले को लेकर न्याय नहीं मिलने पर एक पीड़ित परिवार अब घर बेचकर गांव छोड़कर जाने को मजबूर हो गया है। इस परिवार में अपने मकान पर बकायदा एक बोर्ड भी चस्पा किया हुआ है, जो पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। 

यह मामला थाना कोल्हुई क्षेत्र के गुलरिहा कला का है। जहां जमीन के विवाद को लेकर श्रीनिवास गुप्ता और उनका परिवार लंबे समय से परेशान है। पीड़ित श्रीनिवास गुप्ता ने डाइनामाइट न्यूज को एक बातचीत में बताया कि उनकी पुस्तैनी जमीन आराजी नम्बर 192, जिसका कुल रकबा 0.126 हेक्टेयर है, को लेकर पिछले 17 साल से माननीय न्यायालय में वाद चल रहा है। यह वाद उनके द्वारा सिविल जज अवर खण्ड फरेंदा में वाद संख्या 189/2003 गरीब बनाम इनर मन वाद दाखिल किया गया हैं। इस वाद में अगली सुनवाई तक उक्त विवादित भूमि में यथास्थिति बनाए रखने का आदेश पारित किया गया है।

निवास का आरोप है कि मामला माननीय न्यायालय में विचाराधीन होने के बावजूद भी उक्त विवादित जमीन पर विपक्षी द्वारा निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। विपक्षी लोगों द्वारा अब इस मामले में लॉक डाउन का फायदा उठाया माया जा रहा है। पीडित का आरोप है कि इस निर्माण कार्य के संबंध में उनके द्वारा कोल्हुई एसओ को भी तहरीरी दी गयी, लेकिन उनकी शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। 

शिकायतकर्ता कहना है कि इस मामले में इंसाफ के लिए वे जिले के आलाधिकारियों का चक्कर लगाकर थक-हार चुके है और अब घर-बार बेचकर जाने के सिवा उनके पास कोई रास्ता नहीं है। इसके लिये पीड़ित द्वारा अपने घर पर एक बोर्ड भी चस्पा कर दिया गया है, जिस पर उन्होंने घर बेचने और उसे छोड़कर जाने की बात लिखी है। ये बोर्ड क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। शिकायतकर्ता का कहना है कि उक्त जमीन को लेकर वर्तमान ग्राम प्रधान से उनका विवाद कई वर्षों से चल रहा है। 










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