एवरेस्ट स्कूल की मान्यता रद्द होने के बाद क्या है महराजगंज के लोगों की राय..

अरुण गौतम

लड़कियों के बाथरुम में गुप्त कैमरा लगाने को लेकर महराजगंज का एवरेस्ट इंग्लिश स्कूल बीते एक सप्ताह से लखनऊ से लेकर दिल्ली तक चर्चा में बना हुआ है। अब इस स्कूल की मान्यता रद्द कर दी गयी है। प्रशासन के इस सख्त निर्णय के बाद डाइनामाइट न्यूज़ ने लोगों की राय जानी कि वे प्रशासन के इस कदम के बारे में क्या सोचते हैं? पूरी विवरण..

एवरेस्ट स्कूल के बाहर पुलिस की जीप (फाइल फोटो)
एवरेस्ट स्कूल के बाहर पुलिस की जीप (फाइल फोटो)


महराजगंज: जिला प्रशासन ने अपने विवेक व परिस्थियों के आदार पर भले ही एवरेस्ट स्कूल के घिनौने कांड के बाद मान्यता रद्द कर दी हो लेकिन तस्वीर का दूसरा पहलू यह है कि स्कूल में पढ़ने वाले 700 के करीब बच्चों का भविष्य पूरी तरह अंधकार मय हो गया है औऱ वे दर-दर भटकने को मजबूर हो गये हैं।

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प्रशासन के निर्णय की जबरदस्त आलोचना

डाइनामाइट न्यूज़ पर मान्यता रद्द होने संबंधी खबर पढ़ने के बाद अभिभावकों और आम लोगों ने बड़ी संख्या में फोन कर जिला प्रशासन के इस निर्णय की कड़े शब्दों में आलोचना की। 

जब इस बारे में हमारे इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टर्स की टीम ने शहर के अन्य स्कूलों के प्रबंधन और स्कूली बच्चों व उनके अभिभावकों से बात की तो उनका दर्द जुबां पर आ गया। सभी ने एक स्वर से कहा कि वे इस घिनौने कृत्य की कड़े शब्दों में निन्दा करते हैं लेकिन प्रशासन को बच्चों के भविष्य की भी चिंता करनी चाहिये थी लेकिन ऐसा नही किया गया। इन लोगों का कहना था कि मान्यता रद्द करने के अलावा अन्य दूसरे कड़े विकल्पों पर विचार करना चाहिये था लेकिन न जाने क्यों ऐसा नही किया गया?

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एवरेस्ट स्कूल पर एक नज़र

CBSE पैटर्न पर आधारित यह विद्यालय एलकेजी से कक्षा 10 तक संचालित होता था और लगभग 700 बच्चे इसमें पढ़ते थे। बीस साल पहले इस विद्यालय की नींव महराजगंज में पड़ी थी। तब यह बलिया नाला के किनारे एक 10X10 की दुकान में चलता था और धीरे-धीरे यह सफर 700 बच्चों तक जा पहुंचा।

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एक इंसान की गलती पड़ी 700 बच्चों पर भारी

जिले ही नही मंडल भर में अब यह चर्चा जोरों पर है कि जैसे एक मछली पूरे तालाब को गंदा कर देती है ठीक उसी तरह से एवरेस्ट इंग्लिश स्कूल की प्रबंधक आंखो पुरो के भाई की घिनौनी हरकत की वजह से स्कूल में पढ़ने वाले 700 बच्चों का करियर दांव पर लग गया।

अन्य स्कूल सहयोग को तैयार

"कहते हैं बच्चे किसी भी देश का का भविष्य हैं" और 700 बच्चों पर आयी इस मुसीबत की घड़ी में डाइनामाइट न्यूज़ ने अपनी जिम्मेदारियों को समझ शहर के विभिन्न स्कूलों के प्रबंधन से बात की। डाइनामाइट न्यूज़ की टीम ने अन्य विद्यालयों के संचालकों से बच्चों के एडमिशन को लेकर जब बातचीत की तो तमाम स्कूलों का कहना था कि यदि एवरेस्ट के बच्चे हमारे विद्यालय में पढ़ने के लिए आते हैं तो उन्हें हम अपने छात्रों के साथ मिलाकर पढ़ायेंगे और अपनी तरफ से हर संभव मदद भी करेंगे। जितने महीने की शुल्क वहां पर जमा थी उतनी फीस यहां माफ़ होगी और पढ़ाई जारी रहेगी।

अभिभावकों में भारी आक्रोश

मान्यता रद्द होने के बाद अभिवावकों में भारी आक्रोश नज़र आ रहा है क्योंकि उनको अब दोहरा बोझ उठाना पड़ रहा है। प्रशासन के इस निर्णय से अभिवावकों को अपने बच्चो की चिंता सता रही हैं। 

(महराजगंज के एवरेस्ट स्कूल कांड में आज क्या हो रहा है.. पल-पल की जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक करें 
https://hindi.dynamitenews.com/tag/MRJEverestSchool )










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