महराजगंज: शिक्षा विभाग की इस बड़ी लापरवाही को जानकर हैरान हो जाएंगे आप, हजारों किताबें हुईं बर्बाद, जानिये वजह, देखिये वीडियो

डीएन ब्यूरो

महराजगंज शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आयी है। यहां बीआरसी में रखी गई स्कूली बच्चों की हजारों किताबें बारिश भीगकर बर्बाद हो गई है। इतनी बड़ी लापरवाही के बावजूद भी जिम्मेदार लोग पल्ला झाड़ रहे हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

विभागीय लापरवाही से हजारों किताबें हो रहीं खराब
विभागीय लापरवाही से हजारों किताबें हो रहीं खराब


सिसवा बाज़ार (महराजगंज): बीआरसी कार्यालय सिसवा में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई हैं। यहां बारिश के कारण छात्रों के लिए रखी हजारों किताबें भीग रही हैं लेकिन सुध लेने वाला कोई नहीं है। शिक्षकों और जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण यहां रखी किताबें बर्बाद हो रही है। 

 

गुरूवार को सिसवा बीआरसी परिसर में स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय का गेट खुला हुआ था, परन्तु विद्यालय में तैनात प्रधान अध्यापक व प्रदेशीय शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष व सहायक अध्यापक ग़ायब थे। एक घण्टे के बाद विद्यालय में पहुंचे अनुचर ने बताया कि प्रधानाध्यापक महराजगंज गये है और सहायक अध्यापक आज विद्यालय नहीं आये है। विभागीय सूत्रों का आरोप है कि जो अध्यापक खण्ड शिक्षा अधिकारी के खास होते हैं, उनको कई छूट दी जाती है। 

यह भी पढ़ें | महराजगंज: बीआरसी केन्द्र तब पहुंची किताबें, जब परीक्षायें होने वाली है शुरू

जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते सिसवा बीआरसी में स्कूलों की लाइब्रेरी के लिये वितरण किये जाने वाले 20 हज़ार किताबें छत टपकने व समुचित रखरखाव न होने के कारण भीग कर सड़ रही हैं लेकिन सभी जिम्मेदार मौन हैं।

यह भी पढ़ें | DN Exclusive महराजगंज: स्कूली बच्चों के लिये आई सरकारी दवाईयों को शिक्षा विभाग ने आग लगाकर किया नष्ट

सिसवा कस्बे के दिनेश कुमार ,शुभम, राजेश, मनोज,कन्हैया का कहना है कि सिंसवा बीआरसी कार्यलय में घोर लापरवाही के कारण बच्चों की पढ़ने वाली किताबे बरसात में सड़ रही हैं। कई किताबें बारिश के कारण बर्बाद हो चुकी हैं। समुचित रख रखाव न होने और छत टपकने से लाखों रुपये कीमत की 20 हज़ार किताबें सड़ं रही है। हास्यास्पद बात ये है कि एसडीआई अपने ही कार्यालय की स्थिति से अवगत नही है।

इस संबंध में खण्ड शिक्षा अधिकारी श्याम सुंदर पटेल अनिभिज्ञता जाहिर करते हुये मामले की जानकारी होने से भी मना कर दिया जबकि अन्य जिम्मेदार भी मामले पर मुंह खोलने को तैयार नहीं हैं।  










संबंधित समाचार