Crime in UP: यूपी एसटीएफ ने मंत्री का करीबी बनकर बेरोजगारों से लाखों लूटने वाले शातिर को किया गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने एक ऐसे शातिर को गिरफ्तार किया है, जो खुद को मंत्री का करीबी बताता था और नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से लाखों रुपये का फर्जीवाड़ा करता था। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 9 August 2022, 4:07 PM IST
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लखनऊ: आज के समय में बेरोजगारी काफी बढ़ती जा रही है और इसी का फायदा उठाकर ठग अपनी जेबें गरम कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला यूपी की राजधानी लखनऊ में सामने आया है। लखनऊ के बीबीडी थाना क्षेत्र के अंतर्गत पुलिस ने खुद को मंत्री का करीबी बताकर परिवहन विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से ठगी करने वाले को गिरफ्तार किया। आरोपी अब तक कई युवकों को नौकरी के नाम पर चूना लगा चुका है।

लखनऊ एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक धर्मेश कुमार शाही के मुताबिक पुलिस उप निरीक्षक अतुल चतुर्वेदी के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपी को बीबीडी के सामने थाना क्षेत्र बीबीडी, लखनऊ से गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार आरोपी

यूपी एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान अनूप दूबे पुत्र राम सहाय दूबे निवासी टीचर कालोनी, वार्ड नं-11, खड्डा कुशीनगर के रूप में की गई। वह वर्तमान समय में स्टार अपार्टमेण्ट 1-फ्लोर, फ्लैट नं0-101 आतिफ बिहार कालोनी, तिवारीगंज, लखनऊ में रहता है। उसके पास से परिवहन विभाग के 2 अदद कूटरचित नियुक्ति पत्र भी बरामद किये गये।

ऐसे देता था घटना को अंजाम

पुलिस के मुताबिक आरोपी व्यक्ति मंत्री के नाम पर परिवहन विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा देता था। आरोपी ने बताया कि वह खुद को न्यूज-80 का पत्रकार बताकर बेरोजगार लोगों से अपना परिचय मंत्री के करीबी के रूप में देता है। इसके साथ ही वह लोगों को परिवहन विभाग में परिचालक के पद पर नियुक्ति कराने का झांसा भी देता था। नौकरी दिलाने का विश्वास देकर वह लोगों से पैसों की लेन-देन की बात तय करता था।

इस तरह होता था पैसों का लेन-देन

आरोपी लेन-देन में तीन लाख रूपये में नियुक्ति की बात करता था और एडवांस में एक लाख रूपये ले लेता था। साथ ही बाकी दो लाख रूपये नियुक्ति पत्र देने के समय लेने की बात तय करता था।

ये हुए ठगी का शिकार

मऊ के संदीप प्रजापति व मऊ के ही गांव अमिला के नरेश राय इस ठगी का शिकार हुए। आरोपी ने इन दोनों को नियुक्ति पत्र देने के लिए बुलाया था, जिसके बाद उसको गिरफ्तार कर लिया गया।