यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़े दो कुख्यात इनामी डकैत

डीएन ब्यूरो

यूपी एसटीएफ ने कुख्यात इनामी डकैत गंगा प्रसाद और मुनेश यादव को धर दबोचा। इस खूंखार डकैत की सरपरस्ती में चलने वाला गैंग बीहड़ के इलाकों में रंगदारी करता है।

आरोपी मुनेश यादव
आरोपी मुनेश यादव


लखनऊ: यूपी के जालौन, औरैया, इटावा और मध्य प्रदेश के भिंड जिले के बीहड़ गांवों में आतंक फैलाने वाले 15 हजार के इनामी डकैत मुनेश यादव और गंगा प्रसाद को यूपी एसटीएफ ने धर दबोचा। एसटीएफ चीफ अमिताभ यश ने बताया कि गंगा प्रसाद पर हत्या, अपहरण, बलात्कार सहित दर्जनों मामले दर्ज हैं। वह पिछले साल झांसी कोर्ट में पेशी के दौरान पुलिस हिरासत से भाग गया था और उसने मुनेश यादव के साथ मिलकर नया गैंग बनाया लिया था, जिन्हें अब गिरफ्तार कर लिया गया है।

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यूपी एसटीएफ चीफ अमिताभ यश

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डाइनामाइट न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक बदमाश गंगा जालौन के रामपुरा थाना क्षेत्र के सुल्तानपुरा जागीर गांव का निवासी है। वह बीहड़ के गांवों में रंगदारी वसूलता था। इसके अलावा चम्बल के खूंखार डाकू गिरोहों का सक्रिय सदस्य भी रह चुका है।

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खेत बेचकर जमा करते थे रंगदारी

गंगा का दहशत इतना ज्यादा था कि ग्रामीण अपने खेत बेचकर रंगदारी देने पर मजबूर होते थे। रामपुरा क्षेत्र के सुल्तानपुरा, हुक्मपुरा, बिलौर, किशनपुरा, राटौरनपुरा, हनुमंतपुरा, मड़इयन समेत कई गांवों के लोगों में इसका खौफ था। दहशत का आलम यह था कि कोई भी व्यक्ति प्रधान या ग्रामीण पुलिस से शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पाता था।

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आरोपी गंगा के मामले

- आरोपी ने गांव की एक महिला को अगवा कर एक रात अपने पास रखा।

- 2013 में सुल्तानपुरा गांव के किसान सुखबीर का ट्रैक्टर चलाता था। सुखबीर से अनबन के बाद उसकी हत्या कर दी थी।

- 2014 में रामपुरा पुलिस ने उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया।

- 2015 में मुनेश यादव और गंगा प्रसाद ने झांसी के समदर गांव से व्यापारी का अपहरण कर परिजनों से 40 लाख की फिरौती वसूली थी।

- गंगा मध्यप्रदेश से आने वाले मौरंग के ट्रकों की वसूली का भी धंधा करता था।
 










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