लखनऊ से मीडिया के लिये दुखद खबर, वरिष्ठ पत्रकार सुभाष मिश्रा का निधन

डीएन ब्यूरो

देश भर में अपने धारदार पत्रकारिता की गहरी छाप छोड़ने वाले लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार सुभाष मिश्रा का निधन हो गया है। सुभाष मिश्रा के निधन पर देश के तमाम वरिष्ठ पत्रकारों और राज नेताओं ने शोक संवेदना व्यक्त की है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज पर पूरी खबर

सुभाष मिश्रा के निधन पर शोक की लहर
सुभाष मिश्रा के निधन पर शोक की लहर


लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ में कई दशक तक कार्यरत रहे वरिष्ठ पत्रकार सुभाष मिश्रा का निधन हो गया है। सुभाष मिश्रा के निधन पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पूर्व सीएम अखिलेश यादव, पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, सांसद बृज लाल, वरिष्ठ पत्रकार जगदीश उपासने सहित तमाम नेताओं, प्रशासनिक अधिकारियों और पत्रकारों ने शोक जताया। 

सुभाष मिश्रा इस समय लखनऊ में टाइम्स ऑफ इंडिया में कार्यरत थे। वे लंबे समय तक इंडिया टुडे पत्रिका और आज तक से जुड़े रहे। कुछ वक्त के लिये उन्होंने डीडी न्यूज़, लखनऊ के लिये भी काम किया।

वरिष्ठ पत्रकार सुभाष मिश्रा के निधन पर देश और उत्तर प्रदेश के पत्रकारों में शोक की लहर है। मीडिया जगत के कई लोगों ने सुभाष मिश्रा के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।

 

 

अखिलेश यादव पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर पर लिखा कि "ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति व शोक संतप्त परिवार को दुःख की इस घड़ी में संबल प्रदान करे।"  

जितिन प्रसाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि "सुभाष जी का संजीदा व्यवहार याद आ रहा है। वे कम शब्दों में बड़ी बात कह जाते थे।" 

जगदीश उपासने इंडिया टूडे के लंबे समय तक संपादक रहे देश के वरिष्ठ पत्रकार जगदीश उपासने ने सुभाष जी को याद करते हुए कहा कि "उन्होंने आज 36 साल पुराना अपना दोस्त खो दिया। आज का दिन बहुत ही दुख भरी खबर लेकर आय़ा है।" 

बृज लाल उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी और राज्यसभा सांसद बृज लाल ने कहा "मेरे मित्र श्री सुभाष मिश्रा जी का लखनऊ में कोविड संक्रमण से देहांत हो गया। सुभाष जी पहले “INDIA TODAY” और इस समय “TIMES OF INDIA” में वरिष्ठ पत्रकार थे। मुझे सुभाष भाई के देहांत से बहुत कष्ट हुआ है। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें।"

मनोज टिबड़ेवाल आकाश पत्रकार मनोज टिबड़ेवाल आकाश ने कहा कि "सुभाष सर मेरे सीनियर ही नहीं मेरे गुरू भी थे, उन्होंने ही जगदीश उपासने जी कह मुझे इंडिया टुडे पत्रिका में मौक़ा दिलाया, सुभाष सर के साथ बीस साल पहले बहुत कवरेज पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल में जा-जाकर की। जब भी लखनऊ जाता था सर से मिलता था। सर आप बहुत याद आएँगे?"










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