बसपा प्रमुख मायावती का ऐलान, लालू की रेली में नहीं होंगी शामिल
मायावती ने मोदी सरकार पर जन विरोधी फैसले लेने का आरोप लगाया और उन्हें चेतावनी तक दे डाली। माया ने सीटों के बंटवारे पर भी अन्य दलों को बड़ी हिदायत दी। पढ़ें और क्या-क्या कहा मायावती ने..
लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती ने साफ किया कि वह राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की 27 अगस्त को होने वाली रैली में शामिल नही होंगी। उन्होनें सभी सेक्यूलर ताकतों से आपसी मतभेद भुला कर एक साथ आने की भी अपील की। बसपा प्रमुख ने कहा कि बिहार में जेडीयू-राजद गठबंधन आपसी खींचतान और मनमुटाव के कारण टूटा और महागठबंधन का यह प्रयोग फेल हुआ।
अपने आवास पर बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मायावती ने केंद्र की मोदी सरकार पर जन विरोधी फैसले लेने का आरोप लगाया। मायावती ने मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अभी सरकार के पास काम करने के लिए लगभग 2 साल का वक्त है, अन्यथा चुनावों में जनता सबक सिखा देगी।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत
बसपा प्रमुख मायावती ने निजता के अधिकार को मूल अधिकार करार देने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया। उन्होनें सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मोदी सरकार के लिये सबक बताया। उन्होनें कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कोई भी गरीब आदमी बिना किसी डर-भय के अपने पास आधार और पेन कार्ड रख सकता है।
सेक्युलर ताकतों से एक जुट होने की अपील
मायावती ने कहा कि बीएसपी बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के सिद्धांतों पर चलने वाली पार्टी है। इसलिए हमारी पार्टी अपने सिद्धांत और स्वाभिमान से कोई समझौता नहीं करेगी। मायावती ने सभी सेक्युलर ताकतों से भाजपा के खिलाफ एकजुट होने की अपील की।
सीटों का बंटवारा समय पर सुलझाएं
बिहार मे हुए महागठबंधन को लेकर मायावती ने कहा कि भाजपा पस्त हो गई थी। उन्होनें सभी सेक्युलर दलों से समय रहते सीटों के बंटवारे के मुद्दे को सुलझा लेने को कहा। मायावती ने कहा कि चुनावों के समय आपसी खींचतान से जब गठबंधन टूटता है, तो जनता के सामने असमंजस की स्थिति पैदा होती है। सभी को इससे बचने के लिए सीटों के बंटवारे के मसले को सुलझा लेना चाहिए।