

यूपी के कुशीनगर जनपद में शुक्रवार को एंटी करप्शन की टीम ने छापामार कर बड़ी कार्रवाई की है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
कुशीनगर: जिले के कप्तानगंज तहसील के जगदीशपुर सर्कल में एंटी करप्शन की टीम ने पाँच हजार घुस लेने के आरोप में एक कानूनगों को हिरासत में लिया। आरोप है कि कानूनगो भूमि पैमाईश के नाम पर पाँच हजार रुपये ले रहा था। टीम ने तहसील से ही रंगे हाथ पकड़ा और रामकोला थाने लेकर चली आयी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मामले की सूचना मिलते ही लेखपाल संग ने थाने पहुंचकर विरोध करते हुए एंटी करप्शन टीम पर झूठी कहानी रचने और कानूनगो को फंसाने की बात कही।
जानकारी के मुताबिक कप्तानगंज तहसील के जगदीशपुर सर्कल में तैनात कानूनगो बशीर आलम को कप्तानगंज तहसील कैंपस से ही एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार किया है।
शिकायतकर्ता ब्रह्मदेव पाण्डेय ने बताया कि वह दिल्ली में रहकर पुरोहित का काम करते हैं। अपनी एक जमीन की पैमाईश के लिए पिछले 1 साल से लेखपाल और कानूनगो के चक्कर लगा रहा था। पहले भी 18000 रुपए कानूनगो द्वारा लिए गए थे बावजूद इसके जमीन पैमाईश नही की जा रही थी। उससे फिर ₹5000 की डिमांड की गई तो शिकायतकर्ता ने गोरखपुर एंटी करप्शन टीम को जाकर मामले की जानकारी दी।
एंटी करप्शन की टीम ने कप्तानगंज तहसील में जाल बिछाकर आरोपी कानूनगो को 5000 की घूस लेते हुए रंग को हाथ पकड़ लिया। टीम कानूनगो को लेकर रामकोला थाना चली आई और पूछताछ में जुटी हुई है।
लेखपाल संघ का कहना है कि एंटी करप्शन ने झूठी कहानी रचते हुए कानूनगो को हिरासत में लिया है। कैमरे में पैसे ले जाकर शिकायतकर्ता ने किसी बाहरी आदमी को दिया था ना कि लेखपाल और कानूनगो को।
उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने किसी को पैसे नहीं दिए थे। प्राइवेट आदमी कौन था यह किसी को पता नहीं है। सिर्फ उन्हें फसाने के लिए भेजा गया था। जबरन कानूनगो के जेब में पैसे डाल एंटी करप्शन उन्हें दोषी साबित कर रही जो सरासर गलत है।