Kolkata: दिल्ली जाने के लिए रेलवे ने विशेष ट्रेन देने से किया इंकार, अब विशेष बसों से दिल्ली आयेंगे तृणमूल कार्यकर्ता

केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा धनराशि कथित तौर पर रोके जाने के विरोध में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने अगले सप्ताह अपने निर्धारित विरोध प्रदर्शन के लिए करीब पांच हजार मनरेगा कार्डधारकों को दिल्ली ले जाने के लिए विशेष बसों की व्यवस्था की है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 30 September 2023, 1:48 PM IST
google-preferred

कोलकाता: केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा धनराशि कथित तौर पर रोके जाने के विरोध में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने अगले सप्ताह अपने निर्धारित विरोध प्रदर्शन के लिए करीब पांच हजार मनरेगा कार्डधारकों को दिल्ली ले जाने के लिए विशेष बसों की व्यवस्था की है। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने शुक्रवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी तीन अक्टूबर के निर्धारित विरोध प्रदर्शन के लिए अपने समर्थकों को दिल्ली ले जाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करेगी। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर विशेष ट्रेन के अनुरोध को अस्वीकार करने के बाद बाधाएं उत्पन्न करने का आरोप लगाया।

टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, 'चूंकि हमें एक विशेष ट्रेन से वंचित कर दिया गया था, इसलिए हमने मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) श्रमिकों को दिल्ली ले जाने के लिए विशेष बसों की वैकल्पिक व्यवस्था की है। चूंकि, बसें भाजपा शासित राज्यों से होकर गुजरेंगी, इसलिए हम सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मनरेगा कार्डधारकों के लिए पायलट कारों की भी व्यवस्था कर रहे हैं।'

पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, हर बस में मनरेगा कार्डधारकों की देखभाल के लिए पार्टी के एक नेता और कार्यकर्ता होंगे।

पार्टी सूत्रों ने कहा, 'आपातकालीन चिकित्सा सहायता के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है। पार्टी ने नयी दिल्ली में उनके रहने की भी व्यवस्था की है।'

तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम के लिए पश्चिम बंगाल से नयी दिल्ली के लिए एक विशेष ट्रेन के उनके अनुरोध को रेलवे ने अस्वीकार कर दिया था। पूर्वी रेलवे ने दलील दी कि उसे भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) से अनुरोध प्राप्त हुआ था और आवश्यक संख्या में कोच की अनुपलब्धता के कारण उसे अस्वीकृत कर दिया गया।

पश्चिम बंगाल में लगभग 2.65 करोड़ मनरेगा कार्डधारकों की संख्या को देखते हुए बनर्जी ने कहा कि उनमें से हजारों लोग अपना बकाया मांगने के लिए दिल्ली जाने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों से कोलकाता पहुंचे हैं। उन्होंने कहा, 'हमने उन्हें दिल्ली ले जाने के लिए 23 सितंबर को ट्रेन के लिए आवेदन किया था, लेकिन आज हमें अनुमति देने से इनकार कर दिया गया।'

पार्टी नेताओं के मुताबिक, 30 सितंबर को लगभग 5,000 लोगों को एक विशेष ट्रेन से दिल्ली के लिए रवाना होना था, जिसे पार्टी ने बुक किया था।

उन्होंने बताया कि दिल्ली में तय कार्यक्रम के तहत पार्टी के सांसद, विधायक और पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों के नेता दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर राजघाट पर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंकी, क्योंकि हाल ही में दो देशों की यात्रा के दौरान उनके बाएं घुटने में चोट लगने के बाद चिकित्सकों ने उन्हें दस दिनों के आराम की सलाह दी है।

No related posts found.