Know about Dattatreya Hosabale: जानिये कौन हैं RSS के नये सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, पढ़िये कुछ खास बातें

डीएन संवाददाता

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने आज दत्तात्रेय होसबोले को अपना नया सरकार्यवाह चुन लिया है। इस अहम पद पर उनका चयन निर्विरोध किया गया। डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये दत्तात्रेय होसबोले के बारे में

कर्नाटक के शिमोगा के रहने वाले हैं दत्तात्रेय होसबले
कर्नाटक के शिमोगा के रहने वाले हैं दत्तात्रेय होसबले


नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में आज दत्तात्रेय होसबोले को संघ नया सरकार्यवाह बनाया गया। वे संघ में अब भैयाजी जोशी की जगह लेंगे। नये सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले को निर्विरोध चुना गया। हालांकि अब तक संघ में कभी भी चुनाव नहीं हुए हैं, इसी पंरपरा के तहत बैठक में “ऊं” की ध्वनि के साथ दत्तात्रेय होसबले के नाम पर नये सरकार्यवाह के रूप में सभी सदस्यों ने मुहर लगा दी। डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये दत्तात्रेय होसबले के बारे में

1) दत्तात्रेय होसबले मूल रूप से कर्नाटक के शिमोगा के निवासी हैं। 1968 में 13 वर्ष की उम्र में वे आरएसएस के संपर्क में आये और तभी से संघ के स्वयंसेवक बने। 

2) दत्तात्रेय होसबले छात्र जीवन से ही सामाजिक और राजनैतिक कार्यों से जुड़ गये थे। वे कर्नाटक से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के प्रदेश संगठन मंत्री भी रह चुके हैं।

3) वे सन् 1975-77 के जेपी आन्दोलन में भी सक्रिय रहे और लगभग पौने दो वर्ष के लिये जेलयात्रा भी की। जेल में रहकर उन्होंने दो हस्तलिखित पत्रिकाओं का सम्पादन भी किया। 

4) जेल से बाहर आने पर सन् 1978 में नागपुर नगर सम्पर्क प्रमुख के रूप में वे विद्यार्थी परिषद् में पूर्णकालिक कार्यकर्ता बने।

5) दत्तात्रेय वर्ष 2002-03 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय सह बौद्धिक प्रमुख बनाये गए।

6) वर्ष 2009 से दत्तात्रेय राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में सह सर कार्यवाह थे। उन्होंने भैयाजी जोशी समेत संघ के प्रमुख लोगों के साथ काम किया।

7) दत्तात्रेय बैंगलोर यूनिवर्सिटी से पढें हैं, जहां उन्होंने इंग्लिश में MA किया। इसके बाद ही वह ABVP के राष्ट्रीय मंत्री और सह संगठन मंत्री बनाये गये।

8) दत्तात्रेय मातृभाषा कन्नड़ के अतिरिक्त अंग्रेज़ी, हिंदी, संस्कृत, तमिळ, मराठी, आदि भारतीय भाषाएं भी जानते हैं। इसके अलावा उन्हें कुछ विदेशी भाषाओं का मर्मज्ञ विद्वान भी माना जाता हैं।

9) दत्तात्रेय लोकप्रिय कन्नड़-मासिक पत्रिका ‘असीमा’ के संस्थापक-संपादक भी हैं। 










संबंधित समाचार