खरगे ने प्रधानमंत्री पर किया तीखा प्रहार, जनता के साथ 'मुंह में राम बगल में छुरी' जैसा व्यवहार

डीएन ब्यूरो

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि जनता के साथ 'मुंह में राम बगल में छुरी' जैसा व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए तथा आस्था के नाम पर वोट पाने के लिए ‘ढोंगबाजी' नहीं की जानी चाहिए। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे


इंफाल: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि जनता के साथ 'मुंह में राम बगल में छुरी' जैसा व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए तथा आस्था के नाम पर वोट पाने के लिए ‘ढोंगबाजी' नहीं की जानी चाहिए।

उन्होंने इंफाल के निकट थौबल में राहुल गांधी के नेतृत्व में 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' को हरी झंडी दिखाने के मौके पर यह आरोप भी लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी वोट हासिल करने के लिए मणिपुर आए थे, लेकिन जब यहां के लोगों पर संकट आया तो वह यहां नहीं आए।

उन्होंने कहा, ‘‘मणिपुर में मोदी जी वोट लेने आते हैं, लेकिन जब यहां के लोग संकट में फंसे हैं, तो इधर नहीं दिखते। मोदी जी, समंदर की सैर कर सकते हैं, लेकिन मणिपुर नहीं आ सकते।’’

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार खरगे ने प्रधानमंत्री पर तीखा प्रहार करते हुए कहा, ‘‘समुद्र के निकट सैर करते हैं, राम-राम जपते हैं... मुंह में राम, बगल में छुरी, जनता के साथ यह मत करिये...सभी भगवान में आस्था में रखते हैं, लेकिन वोट पाने के लिए यह सब 'ढोंगबाजी' नहीं करनी चाहिए।’’

खरगे ने यह आरोप लगाया कि देश में तानाशाही रवैया चल रहा है तथा भाजपा लोकतंत्र खत्म कर रही है।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने न्याय यात्रा के जरिये ऊंची उड़ान का हौसला बनाया है।

खरगे ने कहा कि राहुल गांधी चार सिद्धांतों न्याय, स्वतन्त्रता, समता और बंधुता के लिए लड़ रहे हैं।

खरगे ने कहा, ‘‘देश में तानाशाही रवैया चल रहा है। लोकतंत्र में लोग चुनकर आते हैं। वो लोग भी चुनकर आए हैं, हम भी चुनकर आए हैं। भाजपा लोकतंत्र को खत्म कर रही है।’’

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी फासीवाद को रोकने के लिए यह यात्रा निकाल रहे हैं।

खरगे ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में कुछ सवाल पूछने के लिए ही विपक्षी दलों के 146 सांसदों को दोनों सदनों से निलंबित कर दिया गया, जो एक अलोकतांत्रिक कदम था।

कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार समूचे विपक्ष को संसद से बाहर करके सदन चलाना चाहती है।

उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी और उनकी सरकार ने क्‍या किया... हर साल दो करोड़ नौकरी देने का वादा किया, इस साल तक बीस करोड़ नौकरियां देनी थीं... कहां हैं वो नौकरियां।’’

खरगे ने कहा कि यह न्‍याय यात्रा संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए है।










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