कानपुर: रावतपुर में लौटने लगी शांति, पुलिस फोर्स अब भी तैनात
रावतपुर गांव और जुही परमपुरवा इलाके में बीते रविवार को भड़की हिंसा के बाद पूरे शहर में छाया दहशत धीरे-धीरे खत्म होने लगा है। रावतपुर गांव में फिलहाल शांति का माहौल है लेकिन फोर्स अब भी तैनात है।
कानपुर: रावतपुर गांव और जुही परमपुरवा इलाके में बीते रविवार को भड़की हिंसा के बाद पूरे शहर में छाया दहशत धीरे-धीरे खत्म होने लगा है। जिला प्रशासन की टीम ने रावतपुर गांव पहुंचकर सभी लोगों से मार्केट खोलने की अपील की, जिसके बाद सभी लोगों ने सुबह से ही अपनी-अपनी दुकानें खोल दी। फिलहाल रावतपुर गांव में शांति का माहौल है। हालांकि अभी भी गांव में फोर्स तैनात है।
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दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग
हिंसा के बाद प्रशासन अब 4 अक्टूबर को भरत मिलाप कार्यक्रम का आयोजन कराना चाहता है, जबकि रामलीला कमेटी के लोगों की मांग है कि जब तक दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई नही होती तब तक भरत मिलाप नही होगा। भरत मिलाप कार्यक्रम को लेकर यहां अब भी विवाद बरकरार है। लेकिन प्रशासन शांति के प्रयासों में जुटा हुआ है।
गांव में किसी को अब कोई परेशानी नहीं: डीएम सुरेंद्र सिंह
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डीएम सुरेंद्र सिंह ने बताया कि रावतपुर गांव में किसी प्रकार की अब कोई परेशानी नहीं है। इलाके में पूरी तरह से शांति है। सभी लोगों से मार्केट खोलने के लिए कह दिया गया है। उन्होंने बताया कि यहां रामलीला कमेटी में होने वाले भरत मिलाप का कार्यक्रम अब 4 अक्टूबर को किया जाएगा। रामलीला कमेटी के लोगों का कहना है कि जिस तरह पुलिस के द्वारा रामलला मन्दिर परिसर के अंदर लाठीचार्ज किया गया, वह पूरी तरह गलत है। फिलहाल जिला प्रशासन की अहम भूमिका के बाद रावतपुर गांव की स्थिति को काबू में कर लिया है।
इस घटना के कारण कमेटी के लोगों ने रावतपुर गांव में भरत मिलाप कार्यक्रम न करने की मांग की हैं। कमेटी की यह भी मांग है कि जिन पुलिस कर्मियों और अधिकारियों ने हम पर लाठियां बरसाई है उन पर सख्त कार्रवाई भी की जानी चाहिए।
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हज़ारों लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
रावतपुर और जुही हिंसा में करीब 2 हज़ार अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया। 12 लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज करवाया गया हैं। और काफी लोगों को गिरफ्तार भी किया गया हैं।डीआईजी सोनिया सिंह ने बताया कि जल्द ही उपद्रवियों को वीडियो फुटेज के आधार के जरिये चिन्हित कर गिरफ्तार किया जाएगा और साथ ही साथ उन पर सख्त कार्यवाही भी होगी।
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क्या है मामला
गौरतलब है कि शनिवार को दशहरा के अवसर पर रामलला की झांकी निकल रही थी और उसी समय गली में लगे हुए ताजियों की झंडिया झांकी में फंस कर टूट गई। जिसके कारण दो पक्षों मे झड़प हो गई थी और मामला हिंसक हो उठा। रविवार को पुलिस ने लोगों पर जमकर लाठीचार्ज किया।