जम्मू कश्मीर प्रशासन ने एसकेआईएमएस की स्वायत्तता वापस ली
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने घाटी के प्रमुख तृतीयक देखभाल स्वास्थ्य संस्थान ‘शेर-ए-कश्मीर इन्स्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस’ (एसकेआईएमएस) का स्वायत्त दर्जा वापस ले लिया है, जिसकी राजनीतिक दलों ने आलोचना की है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर प्रशासन ने घाटी के प्रमुख तृतीयक देखभाल स्वास्थ्य संस्थान ‘शेर-ए-कश्मीर इन्स्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस’ (एसकेआईएमएस) का स्वायत्त दर्जा वापस ले लिया है, जिसकी राजनीतिक दलों ने आलोचना की है ।
सामान्य प्रशासन विभाग के अवर सचिव की ओर से एसकेआईएमएस के निदेशक को लिखे पत्र में कहा गया है कि संस्थान का प्रशासन स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग को सौंपा गया है।
इसमें कहा गया है, ‘‘आपको यह बताने का निर्देश दिया गया है कि अब सभी मामले/ प्रस्ताव/केस फाइल स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के माध्यम से सक्षम प्राधिकारी (एचएलजी) के विचार अथवा अनुमोदन के लिए प्रस्तुत की जा सकती है ।’’
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राजनीतिक दलों ने प्रशासन के इस कदम की आलोचना की है और इस निर्णय को तत्काल वापस लिये जाने की मांग की है ।
नेशनल कांफ्रेंस के मुख्य प्रवक्ता तनवीर सादिक ने डाइनामाइट न्यूज़ से कहा कि प्रमुख स्वास्थ्य संस्थान की परिकल्पना पार्टी के संस्थापक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला ने की थी, जिन्हें ‘शेर ए कश्मीर’ के नाम से जाना जाता है।
उन्होंने कहा कि संस्थान को स्वास्थ्य विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण में लाकर इसकी स्वायत्तता को कम करना सरकार के ‘न्यूनतम सरकार और अधिकतम शासन’ के मंत्र के विपरीत है।
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माकपा नेता एम वाई तारिगामी ने कहा कि एसकेआईएमएस की स्वायत्तता वापस लेने से मरीजों और अनुसंधान करने वालों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा ।